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अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के मिनियापोलिस शहर में बुधवार को एक प्रार्थना सभा के दौरान हुए गोलीकांड ने देश को झकझोर दिया। एनुंसिएशन कैथोलिक चर्च में आयोजित ऑल-स्कूल मास के दौरान एक 23 वर्षीय युवक रॉबिन वेस्टमैन ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। यह सभा बच्चों के लिए आयोजित की गई थी, जो स्कूल सत्र की शुरुआत के उपलक्ष्य में पारंपरिक रूप से होती है।
घटना सुबह क़रीब 8:30 बजे हुई, जब सैकड़ों स्कूली छात्र चर्च में एकत्रित थे। हमले में कोई छात्र हताहत नहीं हुआ, लेकिन हमलावर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
हथियारों पर लिखे थे भड़काऊ और उग्र नारे
घटनास्थल से बरामद हथियारों और गोला-बारूद की तस्वीरें देखकर सुरक्षा एजेंसियां सन्न रह गईं। हमलावर के हथियारों पर लिखे कुछ नारे थे—"डोनाल्ड ट्रंप को मार डालो", "भारत पर परमाणु हमला करो", "इज़राइल को जलाओ", और "तुम्हारा ईश्वर कहाँ है?"।
अमेरिकी दक्षिणपंथी कार्यकर्ता लॉरा लूमर द्वारा साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में वेस्टमैन अपने हथियारों का प्रदर्शन करता दिखाई दे रहा है। कुछ मैगज़ीनों पर “बच्चों के लिए”, “6 मिलियन वाज़ नॉट इनफ” (यहूदी नरसंहार पर विवादास्पद टिप्पणी) और कुख्यात हमलावर एडम लैंज़ा का नाम लिखा था।
घटनास्थल के वीडियो वायरल, अधिकारियों ने की पुष्टि
घटना के कुछ ही घंटों बाद सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें वायरल हो गईं, जिनमें वेस्टमैन को तीन घातक हथियारों—एक राइफल, एक शॉटगन और एक पिस्तौल—के साथ देखा जा सकता है। अमेरिकी गृह विभाग की मंत्री क्रिस्टी नोएम ने इन वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा, “इस तरह की विचारधारा और हिंसा का स्तर भयावह है। यह अमेरिका के लिए खतरे की घंटी है।”