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Up Kiran, Digital Desk:  व्हाइट हाउस ने रविवार को जानकारी दी कि अमेरिकी सेना ने कैरेबियन सागर में एक संदिग्ध पनडुब्बी को नष्ट कर दिया है। इस पनडुब्बी पर भारी मात्रा में मादक पदार्थ होने की आशंका थी। अधिकारियों ने कहा कि यह सबमरीन एक ऐसे मार्ग से आ रही थी, जिसे ड्रग्स तस्करी के लिए जाना जाता है।

इस मिशन को गुरुवार को अंजाम दिया गया। कार्रवाई के दौरान दो लोग मारे गए, जबकि दो को जीवित पकड़ लिया गया।

ट्रंप ने जताया गर्व, कहा- बचाई हज़ारों ज़िंदगियाँ

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में इस ऑपरेशन की तारीफ़ की। उन्होंने लिखा, "अगर मैंने इस पनडुब्बी को किनारे तक आने दिया होता, तो कम से कम 25,000 अमेरिकी मारे जाते।"

उन्होंने इस ऑपरेशन को "बहुत बड़ा सम्मान" बताया और कहा कि कोई अमेरिकी सैनिक घायल नहीं हुआ। ट्रंप ने चेतावनी दी कि उनके नेतृत्व में अमेरिका किसी भी ड्रग्स तस्करी को बर्दाश्त नहीं करेगा।

पकड़े गए नागरिक, होगी कानूनी कार्रवाई

ट्रंप के अनुसार, जो दो लोग इस ऑपरेशन में बचे, उन्हें उनके देश वापस भेजा जाएगा। इनमें से एक इक्वाडोर और दूसरा कोलंबिया का नागरिक है।

कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने सोशल मीडिया पर पुष्टि की कि उनका एक नागरिक इस पनडुब्बी में मौजूद था और अब उसे कोलंबिया लाया जाएगा जहाँ उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

क्या बढ़ रही है नार्को टेरर की चुनौती?

यह कैरेबियन में हाल के हफ्तों में अमेरिका द्वारा किया गया छठा ऑपरेशन था। इससे पहले पांच हमलों में 27 लोग मारे गए थे। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि यह सब ड्रग्स के खिलाफ उनकी सख्त नीति का हिस्सा है।

हालाँकि, ट्रंप की इन कार्रवाइयों की अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आलोचना भी हो रही है। कुछ मानवाधिकार संगठनों ने इसे "न्यायिक हत्या" तक कह दिया है।