
अमेरिका में यूएफओ दिखने से जुड़ी घटनाएं कई बार सामने आती रही हैं। कभी आम लोगों ने आसमान में किसी अज्ञात चीज को उड़ते देखा तो कभी वायुसेना के पायलट ने।
यूएफओ को आमतौर पर लोग एलियन से जोड़कर देखते हैं। अमेरिका में इससे जुड़ा हुआ एक विभाग भी है। लेकिन अब मांग की जा रही है कि सरकार के पास जो जानकारी है, उसमें और भी ज्यादा पारदर्शिता लाई जाए। लेकिन इसकी वजह क्या है? यह आपको हैरान कर देगी।
यूएसए आर्मी के तीन रिटायर्ड अधिकारियों ने यूएफओ से जुड़ी घटनाओं पर सदन में होने वाली सुनवाई में गवाही दी। इसके साथ उन्होंने कहा कि देखा जाना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है और सरकार उनके बारे में बहुत कुछ छुपा रही है।
अमेरिका के पूर्व नौसेना पायलट ने कहा, अगर यूएफओ विदेशी ड्रोन है तो यह तत्काल राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। अगर कुछ और है तो विज्ञान का मुद्दा है। किसी भी मामले में अमेरिका के आसमान में उड़ने वाली अज्ञात वस्तु में उड़ान सुरक्षा के लिए एक चिंता का सबब है। हवा में उड़ने वाली किसी भी अज्ञात चीज को सरकार यूएफओ कहती है। हाल के सालों में देखें तो यूएफओ पर सरकार ने रिपोर्ट भी जारी की। कुछ को सरकार अभी समझ नहीं पाई तो कुछ चीजों को गुब्बारा या प्लास्टिक के साथ साथ ड्रोन, चिड़िया या मौसम की घटना बताया गया।
अमेरिकी नौसेना के रिटायर्ड कमांडर डेविड सैबर और ग्रेव्स ने सेना में सर्विस के दौरान यूएफओ देखे जाने के बारे में गवाही दी। वायुसेना के पूर्व खुफिया अधिकारी डेविड ग्रोस ने आरोप लगाया कि सरकार ने यूएवी देखे जाने के मामलों से जुड़े अपने रिसर्च को छिपाया। अमेरिका यूएवी की रिवर्स इंजीनियरिंग कर रहा है। यह भी दावा किया गया कि सरकार के पास यूएवी ही नहीं बल्कि इन विमानों से कथित तौर पर बरामद एलियन के अवशेष भी हैं। हालांकि पेंटागन ने इन सभी आरोपों पर चुप्पी साधी रखी और बाद में इनसे इनकार कर दिया।
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