
Up Kiran , Digital Desk:भारत द्वारा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए कायराना आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाए जाने के बाद अमेरिका की ओर से एक महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। आतंक के खिलाफ भारत की इस निर्णायक कार्रवाई में अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि "भारत ने जैसे को तैसा किया है।" हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने दोनों पड़ोसी देशों से मौजूदा संघर्ष को समाप्त करने की भी अपील की है।
ट्रंप ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान इस संघर्ष को “रोकें”। उन्होंने यह भी जोड़ा कि, "अगर मैं कुछ मदद कर सकता हूं तो मैं वहां मौजूद रहूंगा।" भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न हुए ताजा तनावपूर्ण हालात पर टिप्पणी करते हुए ट्रंप ने कहा, “ओह, यह बहुत भयानक है।”
"मैं संघर्ष को सुलझते हुए देखना चाहता हूं"
राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा, "मैं दोनों (देशों) को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं और मैं उन्हें इसे (संघर्ष को) सुलझाते हुए देखना चाहता हूं। मैं उन्हें रुकते हुए देखना चाहता हूं और उम्मीद है कि वे अब रुक सकते हैं। इसलिए उम्मीद है कि वे अब रुक सकते हैं।" ट्रंप ने यह टिप्पणी बुधवार को ओवल ऑफिस में डेविड परड्यू के चीन में अमेरिकी राजदूत के रूप में शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान की।
'ऑपरेशन सिंदूर' के तुरंत बाद ट्रंप का बयान
इससे पहले, 'ऑपरेशन सिंदूर' के तुरंत बाद भी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस मुद्दे पर अपनी राय जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान लंबे समय से एक-दूसरे से लड़ रहे हैं और लोगों को इस बात का अंदेशा था कि "कुछ होने वाला है"। ट्रंप ने कहा था, "हमने इसके बारे में अभी-अभी तब सुना जब हम ओवल कार्यालय के गेट पर जा रहे थे। इससे पहले के हालात से लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं।"
इन बयानों से स्पष्ट है कि अमेरिका भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को मान्यता देता है, लेकिन साथ ही दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच तनाव कम करने पर भी जोर दे रहा है।
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