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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच आज एक अहम बैठक हो सकती है। यह बैठक ट्रंप के तीसरे कार्यकाल में नेतन्याहू की व्हाइट हाउस में दूसरी यात्रा होगी। नेतन्याहू ने संकेत दिए हैं कि वह इस मुलाकात में इजरायल के खिलाफ बढ़ाए गए 17 प्रतिशत शुल्क और गाजा में जारी युद्ध को लेकर ट्रंप से बातचीत करेंगे।

इस दौरे की टाइमिंग बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इजरायल ने हाल ही में हमास पर दबाव बनाने के लिए गाजा में एक नया सुरक्षा गलियारा बनाकर वहां सैन्य तैनाती शुरू कर दी है। इजरायल के रक्षा मंत्री ने साफ किया है कि देश अब गाजा के बड़े क्षेत्रों पर नियंत्रण करके उन्हें अपने सुरक्षा क्षेत्रों में शामिल करेगा।

गाजा में फिर से हिंसा, एक ही दिन में 32 की मौत

गाजा पट्टी में हालात एक बार फिर बेहद गंभीर हो गए हैं। इजरायली वायुसेना के ताजा हमलों में रविवार को कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह हमला उस समय हुआ जब इजरायल ने हमास के साथ पिछले महीने हुए युद्धविराम को समाप्त कर दिया और एक बार फिर सैन्य अभियान शुरू कर दिया।

इन हमलों का मकसद हमास पर दबाव बनाना है ताकि वह बाकी बंधकों को रिहा करे और नए शांति समझौते पर विचार करे। हालांकि हमास ने भी जवाबी हमला करते हुए इजरायल के दक्षिणी शहरों पर रॉकेट दागे। हालांकि अधिकांश रॉकेटों को इजरायली आयरन डोम डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया।

अश्कलोन में हमास का सीधा हमला, 12 घायल

हमास द्वारा दागे गए रॉकेटों में से कुछ इजरायल के अश्कलोन शहर तक पहुंचे, जहां सीधे हमले में कम से कम 12 लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं। हमास ने इस हमले को गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई और नागरिकों पर हुए हमलों के जवाब में बताया है।

रविवार की रात का नरसंहार

रविवार की रात इजरायली हमलों में गाजा के खान यूनिस शहर में एक तंबू और एक घर को निशाना बनाया गया। इस हमले में कुल 15 लोगों की जान चली गई, जिनमें 5 पुरुष, 5 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं। मरने वालों में एक महिला पत्रकार भी थीं। उनकी मां अमल कास्कीन ने कहा, “मेरी बेटी निर्दोष थी। उसका इस संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं था। वह पत्रकारिता से प्यार करती थी।”

गाजा के अन्य हिस्सों में भी हिंसा

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जबालिया शरणार्थी शिविर में हुई गोलाबारी में कम से कम 4 लोग मारे गए। वहीं, दीर अल-बला इलाके में स्थित अल-अक्सा शहीद अस्पताल में एक बच्चे और तीन महिलाओं समेत पांच लोगों के शव लाए गए।

गाजा में विरोध की लहर

सोशल मीडिया पर प्रसारित फुटेज में देखा जा सकता है कि गाजा में कई लोग हमास के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। लोग नारेबाजी कर रहे हैं और संघर्ष की स्थिति को खत्म करने की मांग कर रहे हैं।

इस समय ट्रंप और नेतन्याहू की बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सिर्फ दोनों देशों के बीच के रिश्तों पर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य-पूर्व क्षेत्र की रणनीतिक दिशा पर असर डाल सकती है। जब तक गाजा में हालात नहीं सुधरते, तब तक शांति की कोई भी संभावना बेहद कमजोर दिखाई दे रही है।