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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान में भारी बारिश ने आम जनजीवन पर बड़ा असर डालना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी के बाद राज्य के कई जिलों में सुरक्षा के मद्देनजर स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं, ताकि बच्चों और उनके अभिभावकों को सुरक्षित रखा जा सके। इस वर्षा से प्रभावित इलाकों में पानी की निकासी व्यवस्था, आवागमन और दैनिक गतिविधियां बाधित होने की संभावना जताई जा रही है।
बारां, अंता, बांसवाड़ा, कोटा, डूंगरपुर, झालावाड़, भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक और चित्तौड़गढ़ के जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 28 और 29 जुलाई को स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है। इससे पहले रविवार को पाली, अजमेर, टोंक और बारां में तेज बारिश के चलते सड़कों पर जलभराव देखा गया, जिससे स्थानीय लोगों को खासा परेशानी हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के उत्तर-मध्य हिस्सों पर बने कम दबाव के क्षेत्र ने बारिश को तेज कर दिया है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोटा, उदयपुर, जयपुर, भरतपुर और जोधपुर जैसे प्रमुख जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में तो रिकॉर्ड 136 मिमी बारिश मापी गई, जो क्षेत्र में हाल के वर्षों की सबसे ज्यादा वर्षा में से एक है।
मौसम विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि सोमवार को भी भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभाग के कई हिस्सों में भारी बारिश जारी रह सकती है, जबकि जयपुर, अजमेर और जोधपुर में भी बारिश की संभावना बरकरार है। इसके अलावा, 29 और 30 जुलाई को भी जयपुर, अजमेर और भरतपुर संभागों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका बनी हुई है, जिससे प्रशासन को सतर्क रहना होगा।
राजस्थान के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगातार बारिश से न केवल जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है, बल्कि यातायात बाधित होने और फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ जनता की भी सतर्कता और बचाव के उपाय जरूरी हो गए हैं, ताकि इस मौसमी संकट से न्यूनतम नुकसान हो सके।
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