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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत-अंगोला द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देते हुए अंगोला को 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रक्षा ऋण सुविधा देने की घोषणा की। यह घोषणा ऐसे समय पर की गई जब देश अभी भी हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से उबर रहा है। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने की भारत की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
ये महत्वपूर्ण बयान अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लॉरेन्को के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद आया। लॉरेन्को वर्तमान में चार दिवसीय भारत दौरे पर हैं और दोनों नेताओं के बीच यह बैठक विविध क्षेत्रों में सहयोग को गहराई देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
रक्षा सहयोग में बड़ा कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अंगोला के रक्षा बलों के आधुनिकीकरण में सहायता के लिए भारत की 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रक्षा ऋण सहायता की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस सहयोग में रक्षा प्लेटफॉर्मों की मरम्मत, ओवरहाल और आपूर्ति पर भी बातचीत हुई है।
इससे संकेत मिलता है कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ रणनीतिक रक्षा साझेदारी को प्राथमिकता दे रहा है, जिससे न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी बल्कि भारत की रक्षा उत्पादन और निर्यात क्षमता को भी बढ़ावा मिलेगा।
डिजिटल, अंतरिक्ष और स्वास्थ्य सहयोग पर फोकस
वार्ता में केवल रक्षा ही नहीं, बल्कि डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, क्षमता निर्माण, और स्वास्थ्य सेवाओं में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी तकनीकी और संस्थागत क्षमताएं अंगोला जैसे मित्र राष्ट्रों के साथ साझा करेगा।
इसके अलावा भारत और अंगोला ने हीरा प्रसंस्करण, उर्वरक उत्पादन और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में भी संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
आतंकवाद पर सख्त रुख
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा, “हम आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ़ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” यह बयान भारत की कूटनीतिक स्थिति को दर्शाता है जो आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने में अग्रणी रही है।
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