
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को हरियाणा में एक ऐसे डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया है, जो देश में दही, छाछ (लस्सी) और योगर्ट बनाने वाला सबसे बड़ा प्लांट है। रोहतक के इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (IMT) में ₹325 करोड़ की लागत से बने इस सबर डेयरी प्लांट से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नई ताक़त मिलने की उम्मीद है।
कितना बड़ा है यह प्लांट: यह प्लांट इतना विशाल है कि यहाँ हर दिन 150 मीट्रिक टन दही, 3 लाख लीटर छाछ, 10 लाख लीटर योगर्ट और 10 मीट्रिक टन मिठाइयाँ बनाई जा सकती हैं। यह प्लांट ख़ास तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और उत्तरी राज्यों की ज़रूरतों को पूरा करेगा।
अमित शाह ने इस मौक़े पर क्या कहा?
इस मौक़े पर अमित शाह ने डेयरी सेक्टर को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए कहा, "डेयरी सेक्टर पोषण का एक मज़बूत स्रोत है। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने के साथ-साथ किसानों की समृद्धि को बढ़ाने में भी मदद करेगा।"
सहकारिता मंत्रालय का भी पदभार सँभाल रहे शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने एक अलग सहकारिता मंत्रालय बनाकर किसानों की पुरानी माँग पूरी की है।
उन्होंने हरियाणा की धरती को नमन करते हुए कहा, “मैं हरियाणा की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूँ, क्योंकि एक छोटा राज्य होने के बावजूद हमारी सेना में सबसे ज़्यादा जवान यहीं से आते हैं। इस धरती के वीर सपूत देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं।”
इलाक़े को क्या फ़ायदा होगा?
रोज़गार: इस प्लांट में अत्याधुनिक मशीनरी लगाई गई है, और इससे लगभग 1,000 लोगों को सीधे और indirekt तौर पर रोज़गार मिलने की उम्मीद है।
किसानों की आय में बढ़ोतरी: गुजरात की सबर डेयरी का यह प्लांट अभी राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों की सेवा कर रहा है। अब हरियाणा के हर कोने तक पहुँचने से किसानों की आय में काफ़ी बढ़ोतरी होगी।
क्षमता होगी दोगुनी: अमित शाह ने बताया कि प्लांट के चेयरमैन के अनुसार, अगले साल तक इस प्लांट की क्षमता को और दोगुना करने की योजना है।
इस उद्घाटन के बाद, अमित शाह रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में 'खादी कारीगर महोत्सव' के दौरान 2,200 कारीगरों को टूल किट भी बाँटेंगे। इसके अलावा, वह प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत आधुनिक मशीनें और टूलकिट भी वितरित करेंगे।