
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि जब उन पर झूठे आरोप लगे थे, तब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और अदालत से क्लीन चिट मिलने तक कोई भी पद स्वीकार नहीं किया था। शाह ने यह बात वेणुगोपाल के बयान के जवाब में कही, जिसमें उन्होंने संभवतः अमित शाह की पिछली किसी कार्रवाई या पद पर नियुक्ति को लेकर सवाल उठाया था।
गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने हमेशा कानून का सम्मान किया है और किसी भी आरोप का सामना करते समय पारदर्शिता बरती है। उन्होंने वेणुगोपाल के बयानों का खंडन करते हुए कहा कि जब उन पर झूठे आरोप लगाए गए, तब उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और किसी भी सरकारी पद को तब तक स्वीकार नहीं किया जब तक कि उन्हें अदालतों द्वारा पूरी तरह से निर्दोष (cleared) साबित नहीं कर दिया गया।
यह बयान कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब में आया है, और शाह ने अपनी बातों के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की है कि वे अपने आचरण में कितने ईमानदार और जिम्मेदार (honest and responsible) रहे हैं, खासकर जब उन पर आरोप लगे थे। उन्होंने यह भी इंगित किया कि ऐसे आरोप लगाने वालों को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
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