
Up Kiran, Digital Desk: फिल्मों से दूर हो चुकीं एक्ट्रेस ईशा कोप्पिकर का कहना है कि गणपति उत्सव के दौरान वह एक बिलकुल अलग ही दुनिया में चली जाती हैं। उन्होंने अपनी सभी मुश्किलों को दूर करने का श्रेय बप्पा को दिया है।
ईशा पिछले चार सालों से गणेश चतुर्थी का त्योहार मना रही हैं, और इस साल उन्होंने पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इको-फ्रेंडली गणपति स्थापना की है।
उन्होंने बताया, “मुझे जंगल और हरियाली बहुत पसंद है। लेकिन इस साल मैंने कुछ अलग करने का सोचा। हर साल कुछ अलग होता है। यह मेरा चौथा साल है। और हाँ, मैं गणेश उत्सव के दौरान बहुत उत्साहित हो जाती हूँ। मैं एक अलग ही दुनिया में चली जाती हूँ। मुझे बप्पा का यह त्योहार बहुत प्यारा लगता है।”
सजावट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “यह हम सबने मिलकर किया है। मैंने और मेरे डेकोरेटर ने मिलकर यह तय किया कि इस बार हम ऐसी सजावट करेंगे। मैंने इसे चुना, और फिर मैंने बप्पा का रंग चुना - एक ऐसा रंग जो बैकग्राउंड में मिल न जाए, क्योंकि पहले से ही बहुत सारे रंग थे।”
ईशा ने बताया कि सजावट देखकर ऐसा लगता है जैसे आप किसी जादुई जंगल में आ गए हों।
“बैकग्राउंड में पहले से ही नीले, हरे, लाल और गुलाबी रंग थे। हम एक बहुत ही शांत और सरल बप्पा चाहते थे। इसलिए हमने सोचा कि सफेद रंग बहुत सुंदर लगेगा। बप्पा ने मेरी सारी परेशानियां दूर कर दी हैं - वो परेशानियां भी जिनके बारे में मुझे पता भी नहीं था, जिन्हें मैं समझ भी नहीं पाई थी। उस वक्त मुझे लगता था कि ‘यह क्या हो गया?’, लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि वह एक मुश्किल थी और उसका हल होना बहुत जरूरी था। मैं क्या कहूँ? बप्पा हमेशा मेरे आस-पास रहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “और हम उनसे बहुत कुछ मांगते हैं। कई बार मैं सोचती हूँ कि ‘मैं यह मांगूंगी, मैं वो मांगूंगी।’ लेकिन बप्पा के सामने जाने के बाद, हम सब कुछ भूल जाते हैं। हम कुछ मांगना ही भूल जाते हैं। और बप्पा जानते हैं कि हम क्या मांगने वाले हैं। लेकिन उन्होंने जो कुछ भी दिया है, उसके लिए मैं पूरी तरह से शुक्रगुजार हूँ। हर चीज के लिए धन्यवाद, बप्पा।”