
Up Kiran, Digital Desk: फिनलैंड से आईं 'सोहनी कुड़ी' के नाम से जानी जाने वाली सोफिया सिंह इन दिनों अपनी अनूठी पहचान और उपलब्धि के लिए चर्चा में हैं। उनकी पहचान केवल फिनलैंड की नागरिकता तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी गहरी जड़ें भारत के पंजाब प्रांत से जुड़ी हुई हैं। हाल ही में, उन्होंने एक वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिता (global beauty pageant) में हिस्सा लेकर अपनी इस अनूठी पहचान को दुनिया के सामने रखा, जिसने कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
सोफिया सिंह का यह 'सोहनी कुड़ी' उपनाम उनके पंजाब से जुड़ाव और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। भले ही उनका पालन-पोषण फिनलैंड जैसे यूरोपीय देश में हुआ हो, लेकिन उन्होंने अपनी पंजाबी जड़ों, संस्कृति और विरासत को संजो कर रखा है। यह कहानी इस बात का खूबसूरत उदाहरण है कि कैसे लोग भौगोलिक सीमाओं से परे जाकर भी अपनी उत्पत्ति और सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़े रहते हैं।
पंजाब की जड़ों से निकलकर फिनलैंड में पली-बढ़ी सोफिया का वैश्विक मंच तक का सफर प्रेरणादायक है। किसी अंतर्राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेना न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा, सौंदर्य और आत्मविश्वास का प्रदर्शन है, बल्कि यह फिनलैंड में रहने वाले भारतीय समुदाय, विशेषकर पंजाबी समुदाय के लिए भी गर्व का विषय है। उन्होंने इस मंच पर अपनी दोहरी पहचान - फिनिश और पंजाबी - का प्रतिनिधित्व किया।
सोफिया सिंह की कहानी दर्शाती है कि कैसे युवा पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ते हुए वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकती है। उनका यह सफर फिनलैंड और पंजाब के बीच एक सांस्कृतिक सेतु का काम करता है, और दिखाता है कि विविधता और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मनाना कितना महत्वपूर्ण है। यह उन सभी प्रवासी भारतीयों के लिए एक प्रेरणा है जो विदेशों में रहते हुए भी अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते हैं और वैश्विक मंच पर अपनी विरासत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं।
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