img

Up Kiran, Digital Desk: युवा अभिनेत्री अनन्या पांडे ने एक महत्वपूर्ण और सराहनीय पहल की है। उन्होंने पूरे भारत के स्कूलों के लिए 'दयालुता पाठ्यक्रम' (Kindness Curriculum) की शुरुआत की है। यह पाठ्यक्रम, जो उनके 'सो पॉज़िटिव' (So Positive) अभियान का हिस्सा है, बच्चों में सहानुभूति, दया और सकारात्मक व्यवहार को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।

अनन्या पांडे का 'सो पॉज़िटिव' अभियान सोशल मीडिया पर नकारात्मकता और ऑनलाइन ट्रोलिंग से निपटने के लिए शुरू किया गया था। अब, इस नए पाठ्यक्रम के माध्यम से, वह इस संदेश को युवा पीढ़ी तक पहुँचाना चाहती हैं, उन्हें बचपन से ही दयालुता और संवेदनशीलता के मूल्यों को सिखाना चाहती हैं।

यह 'दयालुता पाठ्यक्रम' छात्रों को भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence) विकसित करने, दूसरों की भावनाओं को समझने और एक-दूसरे के प्रति सम्मानजनक व्यवहार करने में मदद करेगा। पाठ्यक्रम में ऐसी गतिविधियां और शिक्षाएँ शामिल होंगी जो बच्चों को दैनिक जीवन में दयालुता के कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगी, चाहे वह अपने सहपाठियों के प्रति हो, शिक्षकों के प्रति हो या सामान्य रूप से समाज के प्रति हो।

अनन्या पांडे का मानना है कि बचपन से ही इन मूल्यों को सिखाना एक सकारात्मक और अधिक दयालु समाज के निर्माण की नींव रखेगा। यह पहल न केवल छात्रों को बेहतर इंसान बनने में मदद करेगी, बल्कि स्कूल के माहौल को भी अधिक सुरक्षित और समावेशी बनाएगी।

--Advertisement--