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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश सरकार ने शहरी इलाकों में दी जाने वाली नागरिक सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक शानदार पहल की है। अब राज्य में शहरी स्थानीय निकायों (शहरी नगरपालिकाओं और निगमों) के लिए एक नई रैंकिंग प्रणाली शुरू की गई है। इस नई व्यवस्था का सीधा मकसद शहरों में नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना और उनमें सुधार लाना है।

इस रैंकिंग सिस्टम के तहत, शहरों को उनकी साफ-सफाई, पानी की उपलब्धता, कचरा प्रबंधन, सड़क रखरखाव, स्ट्रीट लाइट, सार्वजनिक शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाओं के आधार पर नंबर दिए जाएंगे। जो शहर बेहतर प्रदर्शन करेंगे, उन्हें ऊंची रैंक मिलेगी और उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। वहीं, जो शहर पीछे रहेंगे, उन्हें अपनी सेवाओं में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

सरकार का मानना है कि इस तरह की प्रतिस्पर्धा से शहर के अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को और गंभीरता से लेंगे। यह पहल सिर्फ सेवाओं को बेहतर बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी और नागरिकों को पता चलेगा कि उनके शहर में क्या काम हो रहा है और कितना प्रभावी है।

यह कदम आंध्र प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह शहरों को आपस में बेहतर बनने के लिए प्रेरित करेगा और अंततः इसका फायदा आम जनता को मिलेगा

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