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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू एक अहम विदेशी दौरे पर जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद यह उनका पहला विदेश दौरा होगा, जिसमें वे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के निवेशकों को आंध्र प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे। यह यात्रा नवंबर में विशाखापत्तनम में होने वाले 'पार्टनरशिप समिट' से पहले की जा रही है, ताकि राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश लाया जा सके।

निवेश जुटाने पर रहेगा जोर

जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री नायडू 22 से 24 अक्टूबर तक दुबई और अबू धाबी जैसे प्रमुख शहरों का दौरा करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन, लॉजिस्टिक्स (सामान ढुलाई), ट्रांसपोर्ट और फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में विदेशी निवेश आकर्षित करना है। मुख्यमंत्री वहां के बड़े उद्योगपतियों और NRI समुदाय से मुलाकात करेंगे और उन्हें आंध्र प्रदेश में निवेश के लिए मौजूद मौकों और सरकार की निवेश-हितैषी नीतियों के बारे में बताएंगे।

इस अहम दौरे पर मुख्यमंत्री के साथ उद्योग और निवेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम भी होगी। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि निवेशकों के साथ बातचीत सफल रहे और वे आंध्र प्रदेश को एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में देखें।

पार्टनरशिप समिट 2025 की बड़ी तैयारी

राज्य सरकार 14 और 15 नवंबर को विशाखापत्तनम में एक बड़ा 'पार्टनरशिप समिट' आयोजित कर रही है।[1] इस समिट को सफल बनाने के लिए राज्य के कई मंत्री भी अलग-अलग देशों की यात्रा कर रहे हैं। इसी क्रम में कुछ मंत्री निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं, जबकि दूसरे मंत्री भी विदेश यात्राएं कर रहे हैं।

सरकार का लक्ष्य इस समिट के माध्यम से आंध्र प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाना और राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करना है।