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Up kiran,Digital Desk : दोस्तों, भारतीय क्रिकेट में फैंस भगवान की तरह होते हैं, जो सर आंखों पर बिठाते हैं, लेकिन जब प्रदर्शन गिरता है तो यही फैंस अपना गुस्सा भी खुलकर दिखाते हैं। बुधवार (26 नवंबर) को गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मिली 408 रनों की करारी शिकस्त के बाद फैंस का सब्र जवाब दे गया और निशाने पर आ गए टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर।

यह नजारा शायद गंभीर अपने करियर में कभी भूल नहीं पाएंगे। 2024 में कोच की गद्दी संभालने वाले गंभीर को पहली बार स्टेडियम में अपने ही लोगों की 'हूटिंग' और नाराजगी झेलनी पड़ी।

क्या हुआ स्टेडियम में?

मैच खत्म होने के बाद माहौल काफी तनावपूर्ण था। साउथ अफ्रीका ने भारत का उसके ही घर में 2-0 से सूपड़ा साफ (Clean Sweep) कर दिया था। इस हार से स्टैंड्स में बैठे दर्शक इतना खफा थे कि उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया— "गंभीर हाय-हाय... गंभीर गो बैक (Go Back)!"

ये नारे इतनी जोर-जोर से गूंजने लगे कि आवाज मैदान पर खड़े खिलाड़ियों और खुद कोच तक भी पहुंची। चश्मदीदों के मुताबिक, गंभीर ने एक पल के लिए गैलरी की तरफ देखा, लेकिन उन्होंने कोई भी रिएक्शन नहीं दिया और अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया। शायद वो समझ गए थे कि अभी चुप रहना ही बेहतर है।

सिराज ने संभाला मोर्चा

जब हालात बिगड़ने लगे और नारेबाजी तेज हो गई, तो तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और बैटिंग कोच सितांशु कोटक आगे आए। सिराज ने बाउंड्री लाइन के पास जाकर गैलरी में बैठे लोगों को इशारों में शांत रहने और हूटिंग बंद करने की अपील की। खिलाड़ियों को भी अंदाजा नहीं था कि जनता इस कदर नाराज हो जाएगी।

क्यों गुस्से में है पब्लिक?

गंभीर के हेड कोच बनने के बाद से भारतीय टीम के प्रदर्शन का ग्राफ, खासकर टेस्ट क्रिकेट में, तेजी से नीचे गिरा है। फैंस का गुस्सा बेवजह नहीं है, आंकड़े भी गवाही दे रहे हैं:

  1. घरेलू दुर्ग ढहा: भारत ने गंभीर के कार्यकाल में घर पर 5 टेस्ट मैच गंवा दिए हैं, जो एक रिकॉर्ड है।
  2. न्यूजीलैंड से हार: पहले न्यूजीलैंड ने भारत को घर में 3-0 से हराया।
  3. अफ्रीका से वाइटवॉश: अब साउथ अफ्रीका ने भी घर में घुसकर 2-0 से सीरीज जीत ली।

हालाँकि, ऐसा नहीं है कि गंभीर ने सिर्फ हार देखी है। उनकी कोचिंग में बांग्लादेश के खिलाफ जीत मिली और वेस्टइंडीज को हराया। लेकिन रोहित शर्मा, विराट कोहली और आर अश्विन जैसे दिग्गजों के संन्यास और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3-1 की हार के बाद, टीम बिखरी हुई नजर आ रही है। साउथ अफ्रीका सीरीज में शुभमन गिल कप्तान नहीं थे, लेकिन हार की गाज तो मैनेजमेंट और कोच पर ही गिरनी थी।

कोच की कुर्सी पर खतरा?

इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय फैंस अब 'हनीमून पीरियड' देने के मूड में नहीं हैं। लगातार दो घरेलू सीरीज में व्हाइटवॉश झेलना भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक काला धब्बा बन गया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या बीसीसीआई इस नाराजगी को गंभीरता से लेगी? या गंभीर को वापसी का एक और मौका मिलेगा? फिलहाल तो गुवाहाटी की वो शाम गंभीर के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थी।