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पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में देशभर में गम और गुस्से का माहौल है, मगर जयपुर में शुक्रवार रात यह विरोध एक बड़े बवाल में तब्दील हो गया। बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर तनावपूर्ण हालात बन गए। देर रात तक हजारों लोग सड़कों पर जमा हो गए और हालात को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल को तैनात करना पड़ा।
शहर के मध्य जौहरी बाजार में उस वक्त माहौल उग्र हो गया जब विधायक आचार्य द्वारा मस्जिद के बाहर लगाए गए पोस्टरों और नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पोस्टरों की भाषा और नारे इतने भड़काऊ बताए जा रहे हैं कि लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो गईं। देखते ही देखते मस्जिद के बाहर हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और विधायक की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
राजनीतिक और धार्मिक तनाव की चपेट में आया शहर
घटना स्थल बड़ी चौपड़ और उसके आसपास का इलाका देखते ही देखते तनाव की चपेट में आ गया। हालात इतने बिगड़ गए कि पूरे क्षेत्र को रणभूमि जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा। डीसीपी राशि डोगरा की अगुआई में भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया, मगर भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन के पसीने छूट गए।
स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए कांग्रेस विधायक रफीक खान और अमीन कागजी सामने आए। उन्होंने मस्जिद कमेटी के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर लोगों को शांत करने का प्रयास किया। बाद में उन्होंने पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ से मुलाकात कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी रखी।
विधायक के विरुद्ध FIR के बाद थमा विवाद
स्थिति तब काबू में आई जब पुलिस ने विधायक बालमुकुंद आचार्य के विरुद्ध धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर दी। इसकी जानकारी जब कांग्रेस विधायकों द्वारा भीड़ को दी गई, तो आक्रोश कम हुआ और लोगों ने धीरे-धीरे इलाका खाली करना शुरू किया।
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