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किसान मजदूर मोर्चा भारत और संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक की बैठक सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह दल्लेवाल के नेतृत्व में लुधियाना के गुरुद्वारा रेरू साहब में हुई. इस अवसर पर जानकारी देते हुए नेताओं ने बताया कि 4 घंटे चली बैठक के दौरान चल रहे संघर्ष के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।

उन्होंने कहा कि किसानों व मजदूरों की जायज मांगों को पूरा करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा सड़कें बंद करने के कारण जिस तरह से शंभू खनौरी व रतनपुरा बॉर्डर पर केंद्र सरकार के विरुद्ध चल रहे विरोध प्रदर्शन के नेताओं को अरेस्ट कर उन्हें हटाया गया है, उसे देखते हुए इस समय पंजाब सरकार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

आगे उन्होंने कहा कि दोनों मंचों ने फैसला किया है कि 2 मई को एक संयुक्त कार्यक्रम के तहत पंजाब भर के डीसी दफ्तरों में ज्ञापन सौंपे जाएंगे, जिसमें मुख्य मांगें हैं कि पिछले दिनों ओलावृष्टि और आग की घटनाओं के कारण गेहूं की फसल को हुए नुकसान को देखते हुए 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए और सीमाओं पर किसान आंदोलन पर पुलिस की कार्रवाई के दौरान किसान नेता बलवंत सिंह बेहरामके पर लाठीचार्ज करने वाले और अन्य किसानों व मजदूरों पर अत्याचार करने वाले पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाए।

ये भी कहा कि सीमाओं से चोरी हुए सभी सामान की प्रतिपूर्ति पंजाब सरकार द्वारा की जानी चाहिए तथा चालू गेहूं खरीद सीजन के दौरान मंडियों में किसानों से फार्म के अनुसार खर्च वसूला जाना चाहिए। 2 मई को इन मांगों को लेकर पंजाब के सभी डीसी दफ्तरों में मांग पत्र दिए जाएंगे।

6 मई को थाने पर धरने का ऐलान

उन्होंने बताया कि जैसा कि सभी जानते हैं कि केंद्र सरकार के विरुद्ध चल रहे किसान आंदोलन को शंभू और खनौरी बॉर्डर से उखाड़ते समय पंजाब सरकार की पुलिस द्वारा किसानों और मजदूरों पर बर्बर अत्याचार किए गए। बीकेयू बेहराम के अध्यक्ष बलवंत सिंह बेहराम पर 20 तारीख को शंभू थाने के एसएचओ हरप्रीत सिंह ने पुलिस बल के साथ अप्रत्याशित हमला किया, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं। दोनों मंच इस उत्पीड़न के विरुद्ध 6 मई को शंभू पुलिस थाने पर प्रदर्शन करेंगे।
 

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