
सऊदी अरब सरकार के एक ताजा फैसले ने उत्तर प्रदेश सहित देशभर के उन परिवारों को निराश किया है, जो अपने 12 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ इस साल हज यात्रा की योजना बना रहे थे। हज-2025 के लिए सऊदी सरकार ने इस आयु वर्ग के बच्चों को वीजा जारी करने से मना कर दिया है, जिसके चलते देशभर से 291 बच्चों के आवेदन कैंसिल हो गए हैं। इनमें राज्य के 18 बच्चे भी शामिल हैं, जिनके हज यात्रा के सपने इस बार अधूरे रह जाएंगे।
यूपी के हज यात्रियों पर क्या होगा असर
यूपी से इस साल 13 हजार से ज्यादा हज यात्री सऊदी अरब रवाना होने वाले हैं। इनमें अलग अलग शहरों के उन 18 बच्चों को भी शामिल किया गया था, जो अब इस नए नियम के कारण यात्रा नहीं कर सकेंगे। राज्य हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने बताया कि हज कमेटी ऑफ इंडिया, मुंबई की ओर से जारी सर्कुलर में इस बदलाव की जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि ये फैसला सऊदी हुकूमत का है और इसका पालन सभी प्रदेशों को करना होगा।
हज यात्रियों के लिए लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट और दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ानें 29 अप्रैल से शुरू होंगी। इससे पहले, 15 अप्रैल से यात्रियों को दिमागी बुखार के टीके दिए जाएंगे। लखनऊ से सफर करने वालों के लिए सरोजनीनगर स्थित मौलाना अली मियां मेमोरियल हज हाउस में ठहरने का बंदोबस्त किया गया है।
इस फैसले ने कई परिवारों को मुश्किल में डाल दिया है। एसपी तिवारी ने स्पष्ट किया कि जिन कवर नंबरों में बच्चे शामिल हैं, उनमें अन्य यात्री अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं। मगर, यदि कोई परिवार बच्चे के कारण पूरी यात्रा रद्द करना चाहता है, तो वे 14 अप्रैल तक ऑनलाइन या हज सुविधा ऐप के जरिए ऐसा कर सकते हैं, बिना किसी निरस्तीकरण शुल्क के। हालांकि, इस तारीख के बाद रद्द करने पर नियमों के मुताबिक शुल्क काटा जाएगा।