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Up Kiran, Digital Desk: सोमवार को अफ़ग़ानिस्तान के उत्तरी हिस्से में आए एक शक्तिशाली भूकंप ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई, जिससे अफ़ग़ानिस्तान के कई हिस्सों में तबाही मच गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक सात लोगों के मारे जाने और 150 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबरें सामने आई हैं।

यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र अफ़ग़ानिस्तान के खुल्म शहर से 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में स्थित था, और इसकी गहराई 28 किलोमीटर थी। यह भूकंप सोमवार रात 12:59 बजे स्थानीय समय के अनुसार आया था। इस अचानक आई आपदा ने पूरे इलाके को सकते में डाल दिया, और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुट गया है।

पिछले सप्ताह भी आया था एक और भूकंप

यह पहली बार नहीं है जब अफ़ग़ानिस्तान में भूकंप का कहर बरपा है। पिछले हफ़्ते भी अफ़ग़ानिस्तान में 4.3 तीव्रता का एक भूकंप आया था, जो 10 किलोमीटर की गहराई पर महसूस किया गया था। इसके बाद के झटकों के खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी थी।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने इस भूकंप के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह घटना 29 अक्टूबर 2025 को दोपहर 2:43 बजे हुई थी, और इसका केंद्र अफ़ग़ानिस्तान के 37.33 उत्तर और 69.93 पूर्व अक्षांश-देशांतर पर था। इससे पहले 24 अक्टूबर 2025 को भी अफ़ग़ानिस्तान में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जो 80 किलोमीटर की गहराई पर था।

अफ़ग़ानिस्तान में भूकंप का खतरा क्यों बढ़ता जा रहा है?

अफ़ग़ानिस्तान दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक में स्थित है, और यही कारण है कि यहां बार-बार भूकंप आते रहते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अफ़ग़ानिस्तान के इस भूकंपीय संवेदनशीलता का कारण भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों का आपस में टकराना है। इस टकराव के कारण भारी दबाव बनता है, जिससे पृथ्वी की पपड़ी में दरारें और तहें पड़ जाती हैं। यही कारण है कि हिंदू कुश पर्वतों में गहरे भूकंप आते हैं, जो 200 किलोमीटर तक भी महसूस हो सकते हैं।

पाकिस्तान सीमा से सटे अफ़ग़ानिस्तान में भूकंपों का इतिहास

अफ़ग़ानिस्तान में भूकंपों का इतिहास दुखद रहा है। 31 अगस्त 2025 को, पाकिस्तान सीमा के पास अफ़ग़ानिस्तान के पूर्वी इलाके में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 2200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले 7 अक्टूबर 2023 को भी अफ़ग़ानिस्तान में 6.3 तीव्रता का एक अन्य भूकंप आया था, जिसने 4,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी।