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Up Kiran, Digital Desk: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की रोमांचक टेस्ट सीरीज़ अब निर्णायक मोड़ पर है। मैनचेस्टर में 23 जुलाई से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से पहले इंग्लैंड ने अपनी अंतिम एकादश का एलान कर दिया है। सबसे चौंकाने वाली वापसी रही लियाम डॉसन की—जो करीब आठ साल बाद टेस्ट क्रिकेट में उतरेंगे।
पुराने चेहरे, नई उम्मीदें
इंग्लैंड की टीम इस सीरीज़ में हर मैच के साथ कुछ नया करने की कोशिश कर रही है। तीसरे टेस्ट में जोफ्रा आर्चर को चार साल बाद उतारने के बाद अब चौथे मुकाबले के लिए 34 वर्षीय ऑलराउंडर लियाम डॉसन को मौका दिया गया है। उन्हें टीम में स्पिनर शोएब बशीर की जगह शामिल किया गया है।
डॉसन की वापसी केवल अनुभव के लिहाज से ही नहीं, बल्कि बल्लेबाजी में स्थिरता के तौर पर भी टीम को मजबूती दे सकती है। उनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10,000 से ज्यादा रन और 370 से अधिक विकेट दर्ज हैं।
करुण नायर और डॉसन का इतिहास से जुड़ता सिरा
डॉसन की वापसी का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि उन्होंने जिस टेस्ट में डेब्यू किया था, उसी मैच में भारतीय बल्लेबाज करुण नायर ने ऐतिहासिक तिहरा शतक (303 नाबाद) जड़ा था। दिसंबर 2016 का वो चेन्नई टेस्ट नायर के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि थी और डॉसन की शुरुआत भी उसी पारी के साथ दर्ज हुई थी।
किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। ऐसे में यह दोनों खिलाड़ियों के बीच एक अनकहा जुड़ाव भी बनाता है — 8 साल बाद दोनों ने वापसी की, अलग-अलग टीमों के लिए, लेकिन एक ही पृष्ठभूमि से।
करो या मरो की स्थिति में टीम इंडिया
टीम इंडिया फिलहाल सीरीज़ में 1-2 से पीछे चल रही है और अब यह चौथा टेस्ट उसके लिए "करो या मरो" जैसा हो गया है। यदि भारत यह मैच हारता है, तो इंग्लैंड सीरीज अपने नाम कर लेगा। और अगर मुकाबला ड्रा भी हुआ, तो भारत आखिरी मैच जीतकर भी सीरीज़ को सिर्फ बराबरी तक ही पहुंचा पाएगा। ऐसे में कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में भारतीय टीम के सामने बहुत बड़ी चुनौती है।
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