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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान यूकेएसएसएससी (UKSSSC) भर्ती परीक्षा विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले को पेपर लीक कहना गलत है, यह धोखाधड़ी का मामला है।

धामी ने कहा, “2021 में मुख्यमंत्री बनने के बाद हमारी सरकार ने युवाओं को रोजगार देना प्राथमिकता बनाया। अब तक 25,000 से अधिक सरकारी पदों पर भर्तियां की गई हैं। लेकिन कुछ असंतुष्ट तत्व सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर प्रक्रिया को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।”

“लीक नहीं, धोखाधड़ी थी” – सीएम धामी
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि पेपर लीक तब होता है जब परीक्षा से पहले पूरा प्रश्नपत्र सामने आ जाता है। लेकिन इस केस में केवल कुछ अंश लीक हुए थे। जिनके पास ये जानकारी थी, उन्होंने तुरंत जानकारी देने की बजाय उसे वायरल किया, जो अपने आप में साजिश का हिस्सा है।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये लीक नहीं, बल्कि धोखाधड़ी है। जो दोषी हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। सीएम धामी ने बताया कि सरकार ने नकल विरोधी कानून पहले ही लागू कर दिया है। इसका उद्देश्य परीक्षा की शुचिता बनाए रखना और अपराधियों को सख्त सज़ा दिलाना है।