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Up Kiran, Digital News: रविवार की दोपहर भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसने देशवासियों के दिल में गर्व और आंखों में आंसू एक साथ ला दिए। इस मीडिया ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर की बारीकियों पर पहली बार आधिकारिक रूप से पर्दा हटाया गया – एक ऐसा ऑपरेशन, जिसने न सिर्फ पाकिस्तान को चौकाया, बल्कि दुनिया को भी यह एहसास कराया कि भारत सिर्फ सहन नहीं करता, समय आने पर करारा जवाब भी देता है।
इस प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल एके भारती, डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, मेजर जनरल एसएस शर्मा और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हुए। सभी ने अपने-अपने सेक्टर से जुड़े अनुभव साझा किए और यह स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पूरी तरह सफल रहा है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर
पिछले कुछ दिनों से मीडिया और जनता में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। दरअसल, यह सैन्य कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आत्मघाती हमले के बाद शुरू की गई थी। भारतीय खुफिया एजेंसियों को स्पष्ट इनपुट मिले थे कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने सीमा पार कई नए लॉन्च पैड्स बनाए हैं। इसी के तहत 7 मई से 10 मई के बीच ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया।
एयर मार्शल ने राफेल गिराए जाने पर क्या कहा
हाल ही में सोशल मीडिया पर राफेल फाइटर जेट के गिरने की अफवाहें तैरने लगी थीं। इस पर एयर मार्शल एके भारती ने सधे हुए शब्दों में कहा कि हम युद्ध की स्थिति में हैं, और नुकसान इसका हिस्सा है… सवाल यह है कि क्या हमने अपना उद्देश्य हासिल किया इसका जवाब है हां।
उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत के सभी पायलट सुरक्षित लौट आए हैं। हालांकि उन्होंने ऑपरेशनल डिटेल्स साझा करने से इनकार किया – और वजह भी जायज थी: "ऐसी कोई भी जानकारी दुश्मनों के हाथ न लगे, यही हमारी प्राथमिकता है।"
पाकिस्तान को भारी नुकसान
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को बड़ा सैन्य नुकसान हुआ है। लगभग 35 से 40 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं और कई चौकियां ध्वस्त की गई हैं। उन्हें अंदाजा नहीं था कि भारत की प्रतिक्रिया इतनी सटीक और तेज़ होगी।
इस संघर्ष में भारत ने भी अपने पांच वीर जवान खोए हैं। सेना ने कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और देश उनका हमेशा ऋणी रहेगा।
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