
Asia Richest Village: मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मगर क्या आप एशिया के सबसे अमीर गांव को जानते हैं? इस गांव में अच्छी सड़कें, स्कूल और बुनियादी सुविधाएं हैं। यहां रहने वाले लोगों ने सात हजार करोड़ रुपये की एफडी करा रखी है।
आपको देश के सबसे अमीर लोगों के नाम तो पता ही होंगे। उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का नाम सबसे पहले आता है। मगर क्या आप एशिया के सबसे अमीर गांव को जानते हैं? 95 फीसद लोगों को इसका उत्तर नहीं पता। गुजरात के भुज में स्थित एक छोटा सा गांव माधापुर, एशिया का सबसे अमीर गांव कहा जाता है।
इस गांव की आबादी मात्र 32,000 है। मगर, यहां 7,000 करोड़ से अधिक फिक्स्ड डिपॉजिट हैं। इस रिकार्ड को भारत सरकार ने भी मान्यता दी है।
माधापुर की समृद्धि का रहस्य वहां के अनिवासी भारतीय (एनआरआई) समुदाय में निहित है, जो गांव की आबादी का 65% हिस्सा है। ये अनिवासी भारतीय मुख्य रूप से अफ्रीका, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बस गए हैं। यहीं से उनके गांवों में बड़ी मात्रा में धन आता है।
इस गांव में पैसा सिर्फ बैंक खातों में ही नहीं रहता। इस धनराशि ने गांव को विकास का आदर्श बना दिया है। यहाँ अच्छी सड़कें, झीलें, स्कूल, कॉलेज, स्वास्थ्य केंद्र और मंदिर बनाए गए हैं। माधापुर एक वित्तीय केंद्र बन गया है, जो अनिवासी भारतीयों के निवेश के कारण सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। वर्तमान में यहां 17 बैंक हैं। इनमें एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, पीएनबी और कई अन्य शामिल हैं।
माधापुर के ग्रामीण आज दगभर में बस गए हैं। हालाँकि, उनके गाँव से रिश्ते अभी भी नहीं टूटे हैं। वे न केवल अपने बच्चों के लिए बल्कि गांव के विकास के लिए भी बहुत पैसा खर्च करते हैं।