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Up Kiran, Digital Desk: क्या आप सोच सकते हैं कि जिस शख्स पर कैदियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हो, वही किसी महिला के जीवन में इतना बड़ा धोखा दे दे? बिहार के समस्तीपुर में कुछ ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। दलसिंहसराय अनुमंडल कारा के सहायक जेल अधीक्षक आदित्य कुमार को पुलिस ने यौन शोषण, मारपीट और ठगी से शादी करने के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार कर लिया है। जिले के पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह ने पुष्टि की है कि पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज होने के बाद आरोपी को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

कोर्ट की मुलाकात से मंदिर की मंगलसूत्र तक

पीड़िता गया जिले की रहने वाली है। उसका दावा है कि अपने पहले पति के खिलाफ चल रहे केस के सिलसिले में कोर्ट परिसर में ही आदित्य से उसकी जान-पहचान हुई। मदद का वादा करके आदित्य ने धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ाईं और एक दिन मंदिर में चुपचाप शादी रचा ली। इसके बाद दोनों गया स्थित सरकारी क्वार्टर में पूरे तीन साल तक पति-पत्नी की तरह रहे। महिला बताती है कि सब कुछ सामान्य था, जब तक आदित्य का ट्रांसफर समस्तीपुर नहीं हो गया।

दीपावली के बाद खुला राज, फिर शुरू हुआ झगड़ा

दीपावली के मौके पर महिला दलसिंहसराय पहुंची तो उसे पता चला कि आदित्य का किसी दूसरी महिला से भी गहरा रिश्ता है। जब उसने इसका विरोध किया तो 30 नवंबर को उसके साथ बुरी तरह मारपीट हुई और उसे घर से बाहर निकाल दिया गया। गुस्से और दर्द में महिला ने पहले सरकारी आवास पर हंगामा किया, फिर सीधे एसपी दफ्तर पहुंच गई और सबके सामने अपनी कलाई की नस काट ली। उसका रोना था – “ये शख्स मुझे अपनी पत्नी मानने से ही इनकार कर रहा है और पैसे लेकर चुप रहने का दबाव डाल रहा है।”

दूसरा पक्ष: मां का आरोप – “महिला पहले से शादीशुदा, बेटे को ब्लैकमेल कर रही”

इधर, आदित्य की मां सरिता देवी ने भी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि महिला पहले से शादीशुदा है और सिर्फ पैसे ऐंठने के लिए उनके बेटे को फंसा रही है। उन्होंने इसे ब्लैकमेल की साजिश बताया।

फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों के बयानों, सबूतों और गवाहों की पड़ताल कर रही है। सच जो भी हो ये मामला न सिर्फ एक परिवार को बर्बाद करने की कगार पर ला खड़ा किया है, बल्कि यूनिफॉर्म की गरिमा पर भी सवाल खड़े कर रहा है। आगे की जांच जो तथ्य सामने लाएगी, वो ही असली फैसला सुनाएगी।