_1418182296.jpg)
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और चयन समिति ने भविष्य की योजनाओं और खिलाड़ियों की फिटनेस को परखने के लिए दो बड़े ऐलान किए हैं। चोट से जूझने के बाद वापसी कर रहे स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को ऑस्ट्रेलिया 'ए' के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज के लिए इंडिया 'ए' का कप्तान नियुक्त किया गया है। वहीं, घरेलू क्रिकेट के 'रन मशीन' रजत पाटीदार को उनके शानदार प्रदर्शन का इनाम देते हुए ईरानी कप के लिए शेष भारत (Rest of India) टीम की कप्तानी सौंपी गई है।
ये दोनों फैसले भारतीय क्रिकेट के बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत करने और राष्ट्रीय टीम के लिए खिलाड़ियों को तैयार रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं।
श्रेयस अय्यर की वापसी और 'अग्निपरीक्षा'
श्रेयस अय्यर, जो चोट के कारण पिछले काफी समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे, के लिए यह सीरीज किसी 'अग्निपरीक्षा' से कम नहीं है। उन्हें न केवल अपनी बल्लेबाजी फॉर्म साबित करनी होगी, बल्कि कप्तानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी के साथ अपनी फिटनेस का भी लिटमस टेस्ट देना होगा।
क्यों है यह सीरीज इतनी अहम?: इंडिया 'ए' के दौरे को हमेशा से राष्ट्रीय टीम में चयन का प्रवेश द्वार माना जाता है। इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन अय्यर के लिए भारतीय टेस्ट और वनडे टीम में वापसी के दरवाजे पूरी तरह से खोल सकता है।
नेतृत्व का परीक्षण: कप्तानी की भूमिका देकर चयनकर्ता यह भी देखना चाहते हैं कि क्या अय्यर दबाव में टीम का नेतृत्व करने और अपने प्रदर्शन को बेहतर करने में सक्षम हैं। ऑस्ट्रेलिया 'ए' जैसी मजबूत टीम के खिलाफ यह एक बड़ी चुनौती होगी।
रजत पाटीदार को मिला मेहनत का फल
मध्य प्रदेश के बल्लेबाज रजत पाटीदार ने पिछले कुछ सालों में घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। शेष भारत टीम का कप्तान बनाया जाना उनके लिए एक बड़ा सम्मान और उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन का इनाम है।
ईरानी कप का महत्व: ईरानी कप घरेलू क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित मुकाबला होता है, जो रणजी ट्रॉफी चैंपियन और देश के बाकी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से बनी शेष भारत टीम के बीच खेला जाता है। इस मंच पर कप्तानी करना और प्रदर्शन करना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर होता है।
चयनकर्ताओं को संदेश: इस नई भूमिका के साथ, पाटीदार के पास यह मौका होगा कि वह न केवल अपनी बल्लेबाजी से, बल्कि अपने नेतृत्व कौशल से भी चयनकर्ताओं को प्रभावित करें और राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह के लिए दावा और मजबूत करें।
BCCI का यह कदम युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के मिश्रण के साथ भविष्य के लिए एक मजबूत टीम बनाने की स्पष्ट रणनीति को दर्शाता है। अब सभी की निगाहें इन दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर होंगी, जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।