Up Kiran, Digital Desk: भाजपा के विवादित नेता कुंवर प्रणव चैंपियन के बेटे, दिव्य प्रताप सिंह, पर पुलिस और प्रशासन का शिकंजा अब तेजी से कसता जा रहा है। हाल ही में, एक मारपीट मामले में उनका नाम सामने आने के बाद, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने दिव्य प्रताप सिंह के तीन हथियारों के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, इन असलहों के लाइसेंस को पूरी तरह से रद्द करने की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू हो सकती है।
यह मामला उस समय सामने आया जब दिव्य प्रताप सिंह और उनके साथियों पर आरोप था कि उन्होंने पूर्व मुख्य सचिव यशोवर्धन और उनके ड्राइवर के साथ बुरी तरह मारपीट की थी। घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे की है। यशोवर्धन अपनी कार में साईं मंदिर की तरफ जा रहे थे, तभी उनकी कार को ओवरटेक करने के लिए लैंड क्रूजर और एस्कार्ट में लगी बोलरो ने कोशिश की। इस दौरान दिव्य प्रताप और उनके साथियों ने यशोवर्धन और उनके ड्राइवर को कार से बाहर खींचकर उन्हें पीटा। आरोप है कि दिव्य प्रताप ने पिस्टल भी निकालकर ड्राइवर को धमकाया था।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में एक्शन लिया। राजपुर थाना पुलिस ने सोमवार को दिव्य प्रताप सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और उसे नामजद आरोपी घोषित किया। इसके अलावा, नई धाराएं भी जोड़ी गई हैं। मामले में कार्रवाई के बाद हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने दिव्य प्रताप के तीन असलहों के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद इन असलहों की निरस्तीकरण की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी।
कुल मिलाकर, भाजपा नेता के बेटे के खिलाफ अब तक की कार्रवाई प्रशासन द्वारा सख्त नजर आ रही है।




