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Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने केरल में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक बड़ा और रणनीतिक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का राज्य कार्यालय विकसित केरलम् का केंद्र बनेगा, जो मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल करने से भी अधिक महत्वपूर्ण है। यह बयान केरल में भाजपा के दीर्घकालिक लक्ष्यों और उसकी संगठनात्मक मजबूती पर पार्टी के फोकस को दर्शाता है।

अमित शाह ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा का प्राथमिक लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि केरल राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि केरल भाजपा का राज्य कार्यालय एक ऐसा केंद्र बने जहाँ से विकास और जन-कल्याण की नीतियां बनें और कार्यान्वित हों, और यह केंद्र राज्य को 'विकसित केरलम्' बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।

उनके बयान का निहितार्थ यह है कि पार्टी तत्काल राजनीतिक लाभ या सत्ता की दौड़ में उलझने के बजाय, जमीनी स्तर पर अपनी जड़ें मजबूत करने, संगठन को सशक्त बनाने और लोगों के बीच विकास के अपने एजेंडे को स्थापित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है। यह रणनीति अक्सर उन राज्यों में अपनाई जाती है जहाँ भाजपा पारंपरिक रूप से मजबूत नहीं है, ताकि भविष्य के लिए एक ठोस आधार तैयार किया जा सके।

शाह ने यह भी संकेत दिया कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन सिर्फ कुछ राज्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारत को विकसित करने का है, जिसमें केरल भी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की सरकारें सुशासन और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, और केरल के लोग भी जल्द ही इसका अनुभव करेंगे।

यह बयान केरल की जटिल राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है, जहाँ पारंपरिक रूप से कांग्रेस (UDF) और वाम दल (LDF) का प्रभुत्व रहा है। अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा का लक्ष्य केवल विधानसभा सीटों को जीतना नहीं, बल्कि केरल में एक मजबूत वैचारिक और संगठनात्मक उपस्थिति बनाना है, जो अंततः राज्य के भविष्य के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाए।

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