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Up Kiran, Digital Desk: देश की सबसे विशाल राजनीतिक जमात भाजपा ने बिहार प्रांत की सरकार में विद्यमान मंत्री नितिन नबीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया है। अब नितिन नबीन जेपी नड्डा के स्थान पर पार्टी की बागडोर संभालेंगे। इसी मध्य उनका धन-संपत्ति का विवरण सामने आया है। शपथपत्र के अनुसार, उनकी जेब में मौजूद रकम बहुत अल्प है, परंतु बैंक खातों, जीवन बीमा पॉलिसियों और स्थिर-अस्थिर संपत्तियों को जोड़कर उनकी कुल दौलत करोड़ों रुपये तक पहुँच चुकी है।

गाड़ियाँ और कर्ज का बोझ

अस्थिर पूंजी में उनके पास लगभग 25 लाख रुपये की इनोवा क्रिस्टा और करीब 13 लाख रुपये की स्कॉर्पियो शामिल है। हालांकि संपत्ति के साथ ही देनदारियां भी हैं। हलफनामे के आधार पर नितिन नबीन पर 56 लाख रुपये से अधिक का कर्ज भी दर्ज है। यह जानकारी उनकी आर्थिक स्थिति का पूरा चित्र प्रस्तुत करती है।

बैंक में अच्छी-खासी राशि

नितिन नबीन के पास केवल 35 हजार रुपये ही नकद मौजूद हैं। वहीं, विभिन्न बैंकों में उनके कुल सात खाते हैं। इन खातों में क्रमशः सात लाख, दस लाख, नब्बे हजार, पांच लाख, बारह लाख, दस लाख और पांच लाख रुपये जमा हैं। यानी सभी बैंकों में जमा राशि मिलाकर एक बड़ी रकम होती है।

कुल संपत्ति का लेखा-जोखा

12वीं तक शिक्षित नितिन नबीन की कुल संपत्ति इस समय 3 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। उनकी आयु 45 साल बताई गई है और उनके विरुद्ध पांच आपराधिक मामलों का भी उल्लेख शपथपत्र में उपलब्ध है। वह जेपी नड्डा के स्थान पर संगठन का भार संभालेंगे, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण सोपान है।

बीमा और आभूषणों का विवरण

बीमा के निवेश पर ध्यान दें तो नितिन नबीन के नाम एक एचडीएफसी और तीन एलआईसी की जीवन बीमा पॉलिसी दर्ज हैं। इनमें एक पॉलिसी दो लाख रुपये की है, दूसरी नब्बे हजार रुपये की और अन्य दो पॉलिसियां पचास-पचास हजार रुपये की हैं। इसके अतिरिक्त शपथपत्र में 64 हजार रुपये की सोने की मुद्रिका और 76 हजार रुपये की स्वर्ण श्रृंखला का भी जिक्र है।

हर चुनाव के साथ संपत्ति में वृद्धि

नितिन नबीन की आर्थिक स्थिति में समय के साथ एक विशाल परिवर्तन देखा गया है। 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व उनकी समस्त संपत्ति लगभग छह लाख रुपये थी और देयता करीब एक लाख रुपये। 2015 में यह संख्या तेजी से बढ़ी—तब उनकी दौलत एक करोड़ 44 लाख रुपये से अधिक हो गई, जबकि देनदारियां दस लाख रुपये तक पहुँच गईं। 2020 के चुनाव में उनकी संपत्ति बढ़कर एक करोड़ 72 लाख रुपये हो गई और देनदारियां घटकर केवल 24 हजार रुपये शेष रह गईं। अब 2025 में उनकी कुल संपत्ति 3 करोड़ रुपये को पार कर चुकी है, जबकि देनदारियां 56 लाख रुपये से ज्यादा दर्ज की गई हैं। यह दिलचस्प तथ्य है कि 2020 के चुनाव के समय भी उनके खिलाफ पांच आपराधिक मामले पंजीकृत थे।