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bangladesh politics: बांग्लादेश के ढाका हाईकोर्ट ने 2019 में हुए एक हत्या के मामले में 20 छात्रों की मौत की सजा को बरकरार रखा है। ये छात्र अपने साथी अबरार फहद की पीट-पीटकर हत्या करने के दोषी पाए गए थे। फहद पर इल्जाम था कि उसने फेसबुक पर शेख हसीना सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए एक पोस्ट डाली थी, जिसके बाद अवामी लीग के छात्र संगठन, बांग्लादेश छात्र लीग (BCL) के कार्यकर्ताओं ने उसकी हत्या कर दी।

2019 में हुई इस हत्या ने बांग्लादेश में राजनीतिक बहस और छात्रों के संघर्ष को और तेज कर दिया था। अबरार फहद की हत्या को लेकर एक निचली अदालत ने 2021 में सभी दोषियों को मौत की सजा सुनाई थी और अब हाईकोर्ट ने इस फैसले को भी मंजूरी दे दी है।

छात्र की हत्या का कारण

अबरार फहद बांग्लादेश विश्वविद्यालय ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (BUET) का छात्र था। उसने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी जिसमें उसने सरकार की कुछ नीतियों की आलोचना की थी। फहद की पोस्ट से आक्रोशित होकर BCL के कुछ छात्रों ने उसे पकड़ा और उसे बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। ये घटना न केवल बांग्लादेश में छात्रों के संघर्षों का प्रतीक बनी बल्कि देश की राजनीतिक स्थिति पर भी असर डालने वाली थी।