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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में पुराने विमुद्रित 500 और 1000 रुपये के नोटों के बड़े जखीरे का खुलासा किया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक छापेमारी में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और 3.5 करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रतिबंधित नोटों को जब्त किया। यह छापेमारी दिल्ली के शालीमार बाग मेट्रो स्टेशन के पास की गई थी, जहां आरोपी बिना किसी वैध दस्तावेज के भारी मात्रा में पुराने नोट ले जा रहे थे।

गिरफ्तार आरोपी और बरामद वाहन

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हर्ष (22), लक्ष्य (28), टेक चंद ठाकुर (39), और विपिन कुमार (38) शामिल हैं। ये सभी दिल्ली के विभिन्न इलाकों के निवासी हैं, और उनके पास से दो वाहन भी बरामद किए गए, जिनका इस्तेमाल इस गिरोह ने अपने अवैध कारोबार में किया था।

आरोपियों ने किया RBI में नोट बदलने का दावा

शुरुआत में जब आरोपियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि वे पुराने नोटों को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) में बदलवाने का दावा कर रहे थे। उन्होंने स्वीकार किया कि वे पुराने नोटों को एक छोटे से मूल्य पर बदलने का प्रस्ताव दे रहे थे, ताकि ये बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी कर सकें। पुलिस का कहना है कि ये गिरोह बैंक नोट अधिनियम के खिलाफ काम कर रहा था, जो एक गंभीर अपराध है।

नोटबंदी वाले नोट रखना है गैरकानूनी

पुलिस ने बताया कि आरोपी पूरी तरह से जानते थे कि नोटबंदी के बाद पुराने नोट रखना और उनका लेन-देन करना अवैध है। इतना ही नहीं, वे कोई भी वैध दस्तावेज या औचित्य देने में असमर्थ थे, जो इस बात का सबूत है कि वे धोखाधड़ी के जरिए अवैध मुनाफा कमाने की कोशिश कर रहे थे।

जांच जारी, आगे की कार्रवाई हो रही है

पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों, संभावित खरीदारों और बड़े नेटवर्क की पहचान करने के लिए जांच जारी रखी है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि इस प्रकार की धोखाधड़ी में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो सकते हैं।