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Up Kiran, Digital Desk: सर्दियों की ठंडी सवेरे में सबसे बड़ा सवाल यही होता है आज स्नान करें या नहीं? तीव्र ठंड में नहाना किसी युद्ध से कम नहीं लगता। कई बार घरवालों के दबाव में कांपते हुए नहा तो लेते हैं, मगर क्या यह सच में सेहत के लिए आवश्यक है? इस सवाल पर विज्ञान और त्वचा विशेषज्ञों की राय कुछ भिन्न है।

क्या सर्दियों में हर दिन स्नान करना आवश्यक है?

विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में हर दिन स्नान करना आवश्यक नहीं होता। इसके पीछे कई वैज्ञानिक और चिकित्सीय कारण दिए गए हैं।

त्वचा के प्राकृतिक तैलीय परत की सुरक्षा अहम

हमारी त्वचा पर एक प्राकृतिक तैलीय परत होती है, जो उसे नमी प्रदान करती है और ठंड से बचाती है। सर्दियों में वातावरण पहले से ही सूखा होता है। इस स्थिति में हर दिन गर्म पानी और साबुन से नहाने से ये तैलीय परत समाप्त हो जाती है। इससे त्वचा में खुजली, सूखापन होना और एक्जिमा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

त्वचा के लाभकारी बैक्टीरिया को हानि

त्वचा पर कुछ अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो हमें संक्रमण से बचाते हैं। हर दिन स्नान करने और अधिक रगड़ने से ये बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं, जिससे त्वचा की सुरक्षा कमजोर हो जाती है और प्रतिरक्षा तंत्र पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

पानी का तापमान और समय भी महत्वपूर्ण

अगर आप सर्दियों में स्नान करते हैं, तो लंबे समय तक गर्म पानी से नहाना हानिकारक हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, 5 से 10 मिनट तक गुनगुने पानी से स्नान करना पर्याप्त होता है।

क्या बिल्कुल स्नान न करें

नहीं। सफाई अत्यंत आवश्यक है, विशेषकर भारत जैसे देश में जहां धूल-मिट्टी और प्रदूषण अधिक है। अगर आप हर दिन पूरी तरह से स्नान नहीं करना चाहते, तो शरीर के उन हिस्सों की सफाई अवश्य करें, जहां पसीना या बैक्टीरिया अधिक होते हैं, जैसे—चेहरा, बगल, पैर और निजी अंग।

हर दूसरे दिन स्नान करना बेहतर विकल्प

त्वचा विशेषज्ञ मानते हैं कि सर्दियों में वैकल्पिक दिनों में स्नान करना त्वचा के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। स्नान के तुरंत बाद मॉइस्चराइज़र, तेल या लोशन लगाना न भूलें, ताकि त्वचा में नमी बनी रहे।