
युद्ध की आंच में झुलस रहा मध्य पूर्व, अब ईरान में दो भूकंपीय झटके से और भड़की तारीफ़। सवाल उठे हैं—क्या इनकी वजह प्राकृतिक प्लेट टेक्टॉनिक्स है या कोई परमाणु गतिविधि?
दो झटके वही जगह, वही समय
16 जून को इज़राइल के एयर स्ट्राइक से फारडो (Fordow) परमाणु परिसर पर हमला हुआ, जिससे भूकंपीय रडार सक्रिय हो गए थे ।
हाल ही में ईरान में दो भूकंप दर्ज हुए: एक बदरूद के पास, और दूसरा नतांज परमाणु साइट के आसपास—दोनों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर करीब 5। अधिकारियों ने बताया कि इससे परमाणु सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ ।
कनेक्शन की अटकलें
कुछ विशेषज्ञ और सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि क्या ये झटके प्राकृतिक थे या भूमिगत परमाणु परीक्षण थे—जैसे पहले कुछ देश करते आए हैं । लेकिन इस बात की अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। यह भी याद रहे कि प्लेट टेक्टॉनिक फैक्टरी माहौल में प्राकृतिक रूप से जब भी तनाव बढ़ता है, तब ऐसे झटके हो सकते हैं।
परमाणु गतिविधियों की स्थिति
फ़ॉर्डो, नतांज, इस्फ़हान, बुशहर जैसे परमाणु स्थल पर पहले ही इज़राइली हमले हो चुके हैं—कुछ में कंपनी नष्ट हुई, कुछ में तकनीकी रडार सक्रिय हुए ।
इज़राइल फिलहाल इन साइटों पर बड़े हमले से बच रहा है, और अमेरिका भी इसे सख्ती से रोकता दिख रहा है, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता न टूटे ।
विशेषज्ञों का मानना
वैज्ञानिकों के अनुसार, रिक्टर 5 की तीव्रता वाले झटके अक्सर प्राकृतिक प्लेट मूवमेंट से होते हैं। इतिहास में कई बार ऐसे झटके रिकॉर्ड हुए हैं—जैसे 2013 में बुशहर—जहाँ परमाणु प्लांट सुरक्षित रहा था ।
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