img

Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee: मौजूदा हालात के मद्देनजर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने अहम घोषणा करते हुए कहा है कि सिंह साहिबानों और सिख पंथ के हर संगठन का सम्मान बरकरार रखा जाएगा और भविष्य में जत्थेदारों के पदों के बारे में सिख संप्रदायों की राय को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।

आज यहां शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए एडवोकेट धामी ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की योग्यता, नियुक्ति, कार्यक्षेत्र और सेवानिवृत्ति के संबंध में नियम जल्द ही बनाए जाएंगे और इस कार्य के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा। इस संबंध में एक प्रस्ताव आगामी बजट सत्र (एसजीपीसी बजट 2025) में लाया जाएगा और उसे मंजूरी दी जाएगी। ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जत्थेदारों के इन सम्मानित पदों पर एक व्यक्ति, एक पद की नीति लागू हो। तदनुसार पंथिक संप्रदायों और संगठनों के परामर्श से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के रिक्त पद की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि सिख रीति-रिवाज, परंपराएं और इतिहास हमारा मार्गदर्शन हैं। इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाएगा तथा सामूहिक एवं संगठित प्रभाव के साथ इन्हें आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि समय-समय पर राष्ट्र के सामने आने वाली चुनौतियों का संगठित भावना से मुकाबला किया जा सके।

एडवोकेट धामी ने कहा कि देश की दुश्मन ताकतें पहले से ही सिख संस्थाओं और सिख शक्ति को कमजोर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। यदि राष्ट्र एकता का परिचय नहीं देगा तो सिख विरोधी ताकतें अपने इरादों में सफल होती रहेंगी।