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Up Kiran, Digital Desk: हैदराबाद में बुधवार को भारत, कजाकिस्तान और बेलारूस के बीच संबंधों को एक नई दिशा देने के लिए एक बड़ी बैठक हुई. यह बैठक हैदराबाद में कजाकिस्तान के मानद कौंसुल डॉ. नवाब मीर नासिर अली खान के आवास पर आयोजित की गई थी. इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य तीनों देशों के बीच टूरिज्म, हवाई यात्रा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था.

बैठक में मुंबई में बेलारूस के महावाणिज्यदूत एलियाक्जेंडर मात्सुकौ के साथ-साथ पर्यटन और उड्डयन उद्योग के कई बड़े नाम शामिल हुए.

क्या हुई बैठक में खास बात?

मीटिंग में इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे तीनों देशों के बीच यात्रा को और ज़्यादा आसान और सुविधाजनक बनाया जाए. चर्चा का मुख्य विषय यह था कि हवाई यात्रा और पर्यटन के माध्यम से न केवल क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत किया जा सकता है, बल्कि इससे तीनों देशों की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा.

बैठक में एयर अस्ताना के इंडिया हेड एलन अतमाकुलोव और जीएमआर एयरपोर्ट के आशीष कुमार और आनंद आचार्य जैसे कई प्रतिष्ठित लोग भी मौजूद थे.

टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा

इस डिप्लोमैटिक बातचीत के बाद, ताज विवांता होटल में एक सेमिनार भी आयोजित किया गया, जिसमें कजाकिस्तान, बेलारूस, अज़रबैजान और जॉर्जिया में घूमने के शानदार मौकों के बारे में जानकारी दी गई. एयरलाइंस कंपनियों ने इन देशों के लिए नए रूट्स और आकर्षक टूरिज्म पैकेज भी पेश किए, जिससे आने वाले समय में इन जगहों पर घूमना भारतीय पर्यटकों के लिए आसान हो जाएगा.

इस कार्यक्रम में, वाल्मीकि ट्रेवल्स के निदेशक वाल्मीकि हरि किशन को उनके बेहतरीन काम के लिए सम्मानित भी किया गया, क्योंकि उन्होंने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में कजाकिस्तान को एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.