
Up Kiran, Digital Desk: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर्नाटक में एक बड़े इंजीनियरिंग सीट घोटाले के सिलसिले में 18 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह कार्रवाई कथित वित्तीय अनियमितताओं और शिक्षा क्षेत्र में धोखाधड़ी की गहरी जांच का हिस्सा है।
जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत बेंगलुरु, चित्रदुर्ग, रायचूर, मंगलोर, मांड्या और बेंगलुरु ग्रामीण में स्थित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और व्यक्तियों के परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया। ईडी ने बताया कि इन छापों के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और कुछ नकदी भी जब्त की गई है, जो घोटाले में संलिप्तता का संकेत देते हैं।
ईडी का यह मामला कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (KEA) द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर पर आधारित है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि कुछ बिचौलियों और कोचिंग सेंटरों ने छात्रों से करोड़ों रुपये ऐंठे। उन्होंने दावा किया था कि वे अवैध तरीकों से मेडिकल और इंजीनियरिंग सीटों में प्रवेश दिला सकते हैं, जबकि छात्रों के पास पर्याप्त मेरिट नहीं थी। इस तरह से कई छात्रों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया।
एजेंसी ने आरोप लगाया है कि इन बिचौलियों ने इन सीटों को 'बैकडोर' से बेचने और छात्रों से अत्यधिक शुल्क वसूलने के लिए अवैध गतिविधियों में लिप्त थे। इस घोटाले ने शिक्षा प्रणाली की अखंडता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू की जांच कर रहा है कि कैसे अवैध रूप से कमाए गए धन को सफेद किया गया। यह कार्रवाई कर्नाटक के शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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