
bihar constable recruitment: बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल, इस बार वजह धांधली का सनसनीखेज खुलासा है। केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से 550 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पकड़ा है, जो नाम बदलकर एक से अधिक बार परीक्षा में बैठे थे। इस मामले के सामने आने के बाद पटना से लेकर पुलिस मुख्यालय तक हड़कंप मच गया है।
अब तक 500 से ज्यादा अभ्यर्थियों पर केस दर्ज हो चुका है और पटना के सचिवालय थाने में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। यह घोटाला बिहार पुलिस में 21,391 सिपाहियों की भर्ती से जुड़ा है। आइए इस फर्जीवाड़े की परतें खोलते हैं।
AI ने किया फर्जीवाड़े का पर्दाफाश
विज्ञापन संख्या 1/2023 के तहत बिहार पुलिस में 21,391 सिपाहियों की भर्ती के लिए अगस्त 2024 में लिखित परीक्षा हुई थी। इसके लिए 17,87,720 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। परीक्षा कई चरणों में आयोजित हुई और 9 दिसंबर से शारीरिक दक्षता परीक्षा शुरू हुई। लेकिन इसी बीच केंद्रीय चयन परिषद ने AI का सहारा लिया और फर्जीवाड़े का पर्दाफाश कर दिया। नाम और फोटो के आधार पर पता चला कि सैकड़ों अभ्यर्थी अलग-अलग नामों से बार-बार परीक्षा में बैठे थे।
एक अधिकारी ने बताया कि AI ने हर अभ्यर्थी के चेहरे और डिटेल्स की स्कैनिंग की। जो लोग फर्जी नामों से पेपर दे रहे थे, उनकी असलियत सामने आ गई। अब तक 550 से ज्यादा ऐसे फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान हुई है और जांच अभी जारी है।
इस खुलासे के बाद बिहार पुलिस और चयन परिषद में अफरा-तफरी मच गई। सचिवालय थाने में दर्ज एफआईआर में 500 से ज्यादा अभ्यर्थियों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है और भी नाम सामने आ सकते हैं।