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Up Kiran, Digital Desk: झारखंड के उग्रवाद-प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की सक्रियता लगातार तेज़ होती जा रही है। गुमला ज़िले के घाघरा क्षेत्र में शनिवार तड़के चलाए गए एक बड़े अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने तीन नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया। यह इलाका झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) का सक्रिय गढ़ माना जाता है, जो कि भाकपा (माओवादी) से अलग होकर बना एक उग्रवादी संगठन है।
जंगलों में घमासान, सुरक्षा बलों की रणनीति सफल
घटनाक्रम के अनुसार, झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि घाघरा के घने जंगलों में सशस्त्र नक्सली गतिविधियाँ चल रही हैं। इसी आधार पर एक योजनाबद्ध सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। टीम जैसे ही इलाके में पहुंची, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ छिड़ गई। लंबे समय तक दोनों ओर से चली फायरिंग के बाद तीन उग्रवादियों को ढेर कर दिया गया। इस दौरान सुरक्षा बलों को किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई।
अभियान का नेतृत्व और तलाशी जारी
संचालन का नेतृत्व उपयुक्त अधिकारी कर रहे थे और घटनास्थल पर स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है। झारखंड पुलिस के अभियान इकाई के महानिरीक्षक माइकल एस. राज ने इस मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि तलाशी अभियान अब भी जारी है और इसके पूरा होने के बाद अन्य जानकारियाँ साझा की जाएंगी।
बोकारो मुठभेड़ से जुड़े तनाव के बाद दूसरी बड़ी कार्रवाई
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब ठीक दस दिन पहले, बोकारो के बिरहोडेरा जंगल में एक बड़े ऑपरेशन के दौरान माओवादी कैडर और एक सीआरपीएफ जवान की जान चली गई थी। इस घटना में एक निर्दोष ग्रामीण भी मारा गया था, जिसे गलती से उग्रवादी समझ लिया गया था। इन घटनाओं ने राज्य में नक्सलियों की मौजूदगी और लगातार बने खतरे को एक बार फिर उजागर किया है।
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