India China News: हाल ही में चीन ने संकेत दिया है कि वो रूस में हुई ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हुई वार्ता के मुद्दों को लागू करने के प्रति प्रतिबद्ध है, जो भारत-चीन संबंधों में नई सकारात्मकता का संकेत है। इस शिखर सम्मेलन में मोदी और शी के बीच 50 मिनट तक चली बैठक में सीमा विवाद और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई, जिसमें पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने के लिए सैनिकों की वापसी और गश्त बहाल करने पर सहमति बनी।
जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से भारत-चीन संबंध तनावपूर्ण थे, मगर हाल की वार्ता ने सैन्य गतिरोध को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की संभावनाएं खोली हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ संवाद और सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है, जबकि दोनों नेताओं ने विशेष प्रतिनिधियों के संवाद तंत्र को फिर से सक्रिय करने का निर्देश दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रणनीतिक विश्वास और संवाद को मजबूत करना जरुरी है, क्योंकि दोनों देशों की जनसंख्या लगभग 1.4 अरब है। इससे क्षेत्रीय शांति और वैश्विक स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ने भारत-चीन संबंधों में नई ऊर्जा का संकेत दिया है, मगर ये अहम होगा कि क्या दोनों देश सहमत मुद्दों को प्रभावी ढंग से लागू कर पाते हैं।
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