Up Kiran, Digital News: शनिवार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर पाकिस्तान ने अपने धोखेबाज़ चेहरे का परिचय दिया। सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई अकारण गोलीबारी में बिहार के छपरा जिले के लाल, बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मो. इम्तियाज शहीद हो गए।
पाकिस्तानी गोलीबारी में जब उनके साथी खतरे में थे, तब इम्तियाज ने अपने प्राणों की परवाह किए बिना उन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिश की — और इस दौरान वह खुद गोलियों की चपेट में आ गए। बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक, यह फायरिंग पूरी तरह से सीजफायर उल्लंघन का मामला है, और इसकी सूचना उच्चस्तर पर भेज दी गई है।
गांव में पसरा मातम, पर गर्व भी छलक रहा
गड़खा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव में जब यह दुखद समाचार पहुंचा, तो पूरे गांव में मातम छा गया। मो. इम्तियाज के घर पर उनकी बीमार पत्नी हैं, जिन्हें अभी तक उनके शहीद होने की खबर नहीं दी गई है। ग्रामीणों की आंखों में आंसू हैं, लेकिन उनकी बातों में गर्व की चमक है।
सामाजिक संगठनों ने उठाई मांग – 5 करोड़ मुआवज़ा, सरकारी नौकरी और ‘गौरव द्वार’
रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता और आज़ाद हिंद फौज के संयोजक प्रभात यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर शहीद मो. इम्तियाज के परिवार को 5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
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