img

Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने एक सनसनीखेज बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी मसूद अजहर अब पाकिस्तान में नहीं है। इसके साथ ही, उन्होंने भारत से आग्रह किया है कि अगर उसके पास अजहर के बारे में कोई जानकारी है, तो वह पाकिस्तान को उपलब्ध कराए।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहा है और आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना कर रहा है। भारत लगातार पाकिस्तान से जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस और विश्वसनीय कार्रवाई करने की मांग करता रहा है, जो भारत में कई हमलों के लिए जिम्मेदार रहे हैं।

मसूद अजहर 2019 में पुलवामा आतंकी हमले (जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे) के बाद से अंतर्राष्ट्रीय जांच के दायरे में है। संयुक्त राष्ट्र ने उसे उसी साल एक वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। पाकिस्तान ने अतीत में भी, जैसे कि 2016 के उरी हमले के बाद, अजहर की अपने देश में उपस्थिति से इनकार किया था।

माना जाता है कि अजहर अंधा है और उसे किडनी की गंभीर बीमारी है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, वह पाकिस्तान के बहावलपुर में छिपा हुआ है। हालांकि, पाकिस्तान अब उससे पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है।

बिलावल भुट्टो का यह नया दावा एक बार फिर अजहर के ठिकाने और पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े करता है। भारत का हमेशा से यही कहना रहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस और विश्वसनीय कार्रवाई करनी चाहिए।

--Advertisement--