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Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर से घातक हिंसा से हिल गया है। जोहान्सबर्ग से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित बेकर्सडाल टाउनशिप में रविवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने बेतहाशा फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में कम से कम 10 लोग मारे गए, वही 10 अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। पुलिस के अनुसार, यह हमला एक अवैध शराब केंद्र (टैवर्न) के पास हुआ।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों ने अचानक सड़क पर खड़े लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। कई लोगों को बिना किसी वजह के निशाना बनाया गया। गौतेंग प्रांत की पुलिस प्रवक्ता ब्रिगेडियर ब्रेंडा मुरिडिली ने बताया कि मृतकों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पीड़ित किस पृष्ठभूमि से जुड़े थे। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती किया गया है, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।

क्या सोने की खदानों से कोई संबंध है?

घटनास्थल के पास कई बड़े सोने के खदानें हैं, लेकिन पुलिस ने फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस हमले का खनन गतिविधियों या आपराधिक समूहों से कोई संबंध है। न तो हमलावरों की पहचान हो पाई है, और न ही अब तक किसी को गिरफ्तार किया गया है।

इस महीने की दूसरी सामूहिक गोलीबारी

यह दिसंबर महीने की दूसरी बड़ी सामूहिक गोलीबारी है। इससे पहले 7 दिसंबर को प्रिटोरिया के पास सॉल्सविल टाउनशिप के एक हॉस्टल में हुई गोलीबारी में 11 लोग मारे गए थे, जिनमें एक तीन साल का बच्चा भी शामिल था। उस हमले में 14 लोग जख्मी हुए थे। पुलिस का कहना है कि दोनों घटनाओं में एक समानता है गोलीबारी अवैध शराब केंद्रों के पास हुई। दक्षिण अफ्रीका में इन जगहों को लंबे समय से अपराध और हिंसा के केंद्र के रूप में देखा जाता है।

भयावह आंकड़े

संयुक्त राष्ट्र और पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका दुनिया के सबसे हिंसक देशों में शुमार है। 2023-24 में हत्या दर 1 लाख पर 45 रही।
अप्रैल से सितंबर तक, हर दिन औसतन 63 हत्याएं दर्ज की गईं। इसी दौरान 12,000 से अधिक अवैध शराब केंद्रों को बंद किया गया और 18,000 से ज्यादा लोग अरेस्ट हुए। निरंतर हो रही सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं देश के कानून व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर रही हैं।