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Up Kiran, Digital Desk: बेगूसराय की राजनीति इन दिनों एक बार फिर गरमा गई है। मटिहानी विधानसभा से जेडीयू के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के आरजेडी खेमे में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। सोमवार को पटना में उनकी मुलाकात नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से हुई, जिसके बाद से राजनीतिक हलकों में नई चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।

सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में बोगो सिंह ने इस मुलाकात को खास बताया। उन्होंने लिखा कि तेजस्वी यादव से बातचीत के दौरान मटिहानी क्षेत्र से जुड़े जनहित के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही तेजस्वी की सादगी और सकारात्मक सोच से उन्हें प्रेरणा मिली। उनका मानना है कि यह मुलाकात भविष्य में समाज और क्षेत्र की बेहतरी के लिए नए रास्ते खोल सकती है।

मटिहानी में रोचक मुकाबले के संकेत

तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद यह कयास और भी मजबूत हो गए हैं कि बोगो सिंह आगामी विधानसभा चुनाव में आरजेडी की टिकट पर मैदान में उतर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो मटिहानी का मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है।

गौरतलब है कि 2020 के चुनाव में बोगो सिंह जेडीयू के उम्मीदवार थे और महज 333 वोटों से लोक जनशक्ति पार्टी के राज कुमार सिंह से हार गए थे। उस वक्त उन्हें 61,031 वोट मिले थे, जबकि तीसरे स्थान पर सीपीआईएम के राजेंद्र प्रसाद सिंह रहे, जिन्हें 60,599 वोट हासिल हुए।

चुनाव बाद की राजनीति में समीकरण और भी उलझ गए। लोजपा के एकमात्र विधायक बाद में जेडीयू में शामिल हो गए, जिससे बोगो सिंह की सियासी जमीन और खिसक गई। ऐसे में उनके लिए आरजेडी एक नया सहारा बन सकती है।

बोगो सिंह का राजनीतिक सफर

बोगो सिंह का मटिहानी से पुराना रिश्ता रहा है। साल 2005 में वे बतौर निर्दलीय उम्मीदवार दोनों बार विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद 2010 और 2015 में उन्होंने जेडीयू की टिकट पर जीत दर्ज की। हालांकि 2020 की हार ने उनके सियासी करियर को बड़ा झटका दिया। अब अगर आरजेडी उन्हें मटिहानी से टिकट देती है, तो इस सीट पर सीपीआईएम के प्रभाव को कमजोर करना पार्टी की बड़ी चुनौती होगी।

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