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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना में आस्था और उत्सव का प्रतीक, प्रसिद्ध बोनालू त्योहार पूरे धूमधाम और पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में, हैदराबाद के उप्पुगुड़ा में स्थित श्री पेद्दमम्मा मंदिर (या संबंधित स्थानीय देवी मंदिर - मूल लेख में केवल उप्पुगुड़ा मंदिर उल्लेखित है) में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा, जहां देवी को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया।

तड़के सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगी। पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे भक्तों ने, खासकर महिलाओं ने, देवी को बोनम (चावल, गुड़ और दही से बना पवित्र प्रसाद) चढ़ाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। ढोल-नगाड़ों की थाप और 'जय माता दी' के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। भक्तों ने परिवार की सुख-शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य के लिए विशेष प्रार्थनाएं कीं।

बोनालू तेलंगाना का एक प्रमुख वार्षिक त्योहार है जो मुख्य रूप से देवी महाकाली के विभिन्न रूपों को समर्पित है। यह श्रावण मास में मनाया जाता है और इसमें ग्रामीण देवी-देवताओं की पूजा की जाती है ताकि अच्छी फसल और बीमारियों से सुरक्षा बनी रहे। महिलाएं रंगीन घाटम (सजे हुए मिट्टी के घड़े) सिर पर रखकर मंदिर आती हैं, जो इस त्योहार की एक अनूठी और आकर्षक पहचान है।

उप्पुगुड़ा मंदिर में दिखा यह उत्साह और भक्ति बोनालू त्योहार की गहरी सांस्कृतिक जड़ों और लोगों की अटूट आस्था को दर्शाता है। यह एक ऐसा अवसर है जब पूरा समुदाय एक साथ मिलकर देवी का आशीर्वाद प्राप्त करता है और अपनी सदियों पुरानी परंपराओं का जश्न मनाता है।

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