
Up Kiran, Digital Desk: ब्राजील की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है, जहां राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने अपने सबसे बड़े राजनीतिक दुश्मन और पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के लिए एक निष्पक्ष सुनवाई की वकालत की है. बोल्सोनारो पर 2022 में चुनाव हारने के बाद सत्ता में बने रहने के लिए सरकार का तख्तापलट करने की कोशिश करने का गंभीर आरोप है. अगर वे और उनके सहयोगी दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें 43 साल तक की जेल हो सकती है.
"जो मेरे साथ हुआ, वो किसी के साथ न हो" - लूला
मंगलवार को जब देश की सर्वोच्च अदालत में इस मामले की अंतिम सुनवाई शुरू हुई, तो राष्ट्रपति लूला ने कहा, "मैं बस यही चाहता हूं कि न्याय हो, और निर्दोष साबित होने तक हर किसी के अधिकार का सम्मान किया जाए. मैं अपने लिए और अपने किसी भी दुश्मन के लिए यही चाहूंगा."
लूला ने इस बात पर जोर दिया कि बोल्सोनारो को अपनी सफाई देने का पूरा हक है, एक ऐसा हक जो खुद लूला को तब नहीं दिया गया था, जब उन्हें 2018 में भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया था. बाद में यह मामला यह पाए जाने पर खारिज कर दिया गया था कि यह राजनीति से प्रेरित था. लूला ने पत्रकारों से कहा, "वह (बोल्सोनारो) अपना बचाव कर सकते हैं, जैसा कि मैं नहीं कर सका. मैंने शिकायत नहीं की, मैं रोया नहीं."
देश छोड़कर भागने का डर, 24 घंटे निगरानी में बोल्सोनारो
इस बीच, ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने बोल्सोनारो पर कड़ी पाबंदियां लगा दी हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि वे फैसला आने से पहले देश छोड़कर भाग सकते हैं. जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोराएस ने बोल्सोनारो को चौबीसों घंटे निगरानी में रखने का आदेश दिया है.
बोल्सोनारो पर लगी हैं ये पाबंदियां:उनके पैर में एक इलेक्ट्रॉनिक एंकल मॉनिटर लगाया गया है ताकि उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके.
विदेशी राजनयिकों से संपर्क करने या दूतावासों में जाने पर पूरी तरह से रोक है.
यह डर इसलिए भी बढ़ा क्योंकि बोल्सोनारो के बेटे, जो एक सांसद हैं, अमेरिका में इस मुकदमे के खिलाफ लॉबिंग कर रहे हैं और अपने पिता के लिए माफी की मांग कर रहे हैं. अदालत का मानना है कि यह सब देश से भागने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है.
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