Up Kiran, Digital Desk: धनतेरस का त्योहार आते ही हम सब अपने घरों में सुख, समृद्धि और अच्छी किस्मत लाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. बाज़ार से सोना-चांदी और बर्तन खरीदना तो एक आम रिवाज है ही, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे चमत्कारी पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे इस धनतेरस घर लाना आपके लिए बेहद शुभ हो सकता है. इस पौधे का नाम है 'संजीवनी बूटी'.
रामायण की कथा में जिस संजीवनी बूटी का जिक्र है, जो लक्ष्मण जी के प्राण वापस ले आई थी, मान्यताओं के अनुसार ये वही पौधा है. ये पौधा सिर्फ एक कहानी का हिस्सा नहीं है, बल्कि आज भी धरती पर मौजूद है और इसे घर में लगाना बेहद मंगलकारी माना जाता है.
क्यों है ये पौधा धनतेरस के लिए इतना ख़ास?
संजीवनी का मतलब ही है, 'जीवन देने वाली'. इस पौधे की सबसे अनोखी बात यह है कि ये सूखी और बेजान हालत में मिलता है, लेकिन जैसे ही इसे पानी में रखा जाता है, ये कुछ ही घंटों में खिलकर हरा-भरा हो जाता है. इसका यह जादुई गुण जीवन में नई शुरुआत, उम्मीद और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. यही वजह है कि धनतेरस जैसे शुभ दिन पर इसे घर लाने का मतलब है अपने जीवन में सुख-समृद्धि को फिर से जीवित करना.
कैसे उगाएं संजीवनी बूटी: बाजार में यह पौधा सूखी गेंद की तरह मिलता है. इसे घर लाकर जिंदा करना बेहद आसान है.
सबसे पहले सूखी बूटी को धीरे-धीरे साफ़ कर लें ताकि उसपर लगी धूल-मिट्टी हट जाए.
अब इसे एक कांच के बर्तन में रखें और बस इतना पानी डालें कि इसकी जड़ें डूब जाएं.
कुछ ही घंटों या एक दिन के अंदर आप देखेंगे कि यह पौधा धीरे-धीरे खुलने लगा है और उसकी हरी पत्तियां नज़र आने लगी हैं.
बर्तन का पानी हर दो-तीन दिन में बदलते रहें, ताकि उसमें गंदगी न जमे.
इसे ऐसी जगह रखें जहाँ सीधी तेज़ धूप न आती हो, हल्की रौशनी इसके लिए सबसे अच्छी है.
जब यह पौधा पूरी तरह से हरा-भरा हो जाए तो आप इसे मिट्टी के गमले में भी लगा सकते हैं.
धनतेरस पर कैसे करें इसका प्रयोग; इस धनतेरस, खिली हुई संजीवनी को अपने पूजा घर में या घर के मुख्य द्वार के पास रखें. ऐसा माना जाता है कि इसकी मौजूदगी से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन-दौलत आकर्षित होती है. आप इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को तोहफे में भी दे सकते हैं, क्योंकि संजीवनी का पौधा देना अच्छी किस्मत और जीवन का आशीर्वाद देने जैसा है.
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