img

Up Kiran, Digital Desk: एक वायरल Reddit पोस्ट ने लाखों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या आज के दौर में, खासकर नौकरी की अनिश्चितता को देखते हुए, महंगे होम लोन लेकर फ्लैट खरीदना समझदारी है या फिर किराए पर रहना बेहतर विकल्प है। इस पोस्ट ने इंटरनेट पर एक नई बहस छेड़ दी है, जहाँ लोग अपनी-अपनी राय रख रहे हैं।

Reddit यूजर की तीखी सलाह: "लोन लेकर फ्लैट कभी न खरीदें, किराया ही बेहतर!"

एक Reddit यूजर ने अपने पोस्ट का शीर्षक ही ऐसा रखा जिसने तुरंत सबका ध्यान खींचा: "Do NOT take a loan for buying a flat! Rent instead" (लोन लेकर फ्लैट खरीदने की गलती कभी न करें! किराए पर रहें)। यूजर ने बताया कि आजकल टियर-1 शहरों में एक ठीक-ठाक फ्लैट की कीमत डेढ़ से दो करोड़ रुपये के बीच है। उसने एक आशावादी अनुमान लगाते हुए कहा कि अगर फ्लैट की कीमत 1.5 करोड़ रुपये मानी जाए, और उस पर 20% डाउन पेमेंट (30 लाख रुपये) किया जाए, तो लोन की राशि 1.2 करोड़ रुपये तक पहुँच जाती है।

वित्तीय हकीकत का आईना: ₹1.2 करोड़ का लोन और नौकरी की अनिश्चितता

Reddit यूजर के अनुसार, 1.2 करोड़ रुपये का लोन लेना एक बहुत बड़ा वित्तीय बोझ है, खासकर ऐसे समय में जब नौकरियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इतनी बड़ी लोन की EMI (मासिक किस्त) का भुगतान करना, यदि नौकरी चली जाए या आय कम हो जाए, तो बेहद मुश्किल हो सकता है। यूजर का मानना है कि इस तरह के भारी भरकम लोन के जाल में फंसने से बेहतर है कि व्यक्ति किराए पर रहे और बची हुई रकम को कहीं और निवेश करे।

किराए पर रहने के फायदे

दूसरी ओर, घर खरीदने के पक्षधर क्या कहते हैं?

हालांकि Reddit यूजर का तर्क मजबूत है, लेकिन घर खरीदने के अपने फायदे भी हैं, जिन पर लोगों का मानना है कि वे किराए पर रहने से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं:

इंटरनेट पर बंटी राय: आप किस पक्ष में हैं?

यह बहस इस बात पर अटकी हुई है कि क्या आपको संपत्ति बनाने के लिए बड़ा कर्ज उठाना चाहिए, या अधिक वित्तीय लचीलापन और निवेश के अन्य अवसरों को प्राथमिकता देनी चाहिए। Reddit पर इस पोस्ट पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं:

यह निर्णय पूरी तरह से व्यक्ति की वित्तीय स्थिति, नौकरी की स्थिरता, भविष्य की योजनाओं और जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है

--Advertisement--