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नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक के घर बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छापेमारी की। सीबीआई ने पाठक पर विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (FCRA) के कथित उल्लंघन का मामला दर्ज किया है और इसी के तहत यह कार्रवाई की गई है।

CBI की इस कार्रवाई ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह एक राजनीति से प्रेरित कदम है, जिसका उद्देश्य गुजरात में AAP की बढ़ती ताकत को कमजोर करना है।

AAP का आरोप: CBI का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार की तरह

आप के सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीखा हमला बोलते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का गंदा खेल फिर शुरू हो गया है। पहले अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा गया, दिल्ली और पंजाब में छापे मारे गए और अब दुर्गेश पाठक को निशाना बनाया जा रहा है।”

उन्होंने सवाल उठाया कि जब से पाठक को गुजरात का सहप्रभारी बनाया गया, तभी से इस तरह की कार्रवाई क्यों तेज हुई? क्या यह महज संयोग है या एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश?

गुजरात में AAP की बढ़ती पकड़ से घबरा गई है भाजपा: संजय सिंह

संजय सिंह ने दावा किया कि भाजपा को गुजरात में आम आदमी पार्टी से खतरा महसूस हो रहा है। “गुजरात में भाजपा की जमीन खिसक रही है और आम आदमी पार्टी को जनता का समर्थन मिल रहा है। पाठक के घर पर छापा इस डर का ही नतीजा है,” उन्होंने कहा।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से दुर्गेश पाठक और उनके परिवार के साथ खड़ी है। पार्टी न तो डरेगी, न ही झुकेगी।

बीजेपी और कांग्रेस के बीच ‘मुकाबला नहीं, मिलीभगत’

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय सिंह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “भाजपा और कांग्रेस के बीच सिर्फ दिखावे की लड़ाई है। जब भाजपा दिल्ली में जीतती है, कांग्रेस खुश होती है। आपने कभी सुना है कि सोनिया गांधी या राहुल गांधी के घर पर सीबीआई या ईडी की रेड हुई हो?”

संजय सिंह ने रॉबर्ट वाड्रा का उदाहरण देते हुए कहा, “उनसे सिर्फ कुछ घंटों की पूछताछ होती है और छोड़ दिया जाता है, लेकिन हमारे नेताओं को घंटों तक बैठाकर प्रताड़ित किया जाता है।”

आतिशी का बयान: AAP ही है भाजपा की असली चुनौती

दिल्ली की पूर्व मंत्री आतिशी ने भी इस छापेमारी को भाजपा की हताशा करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “गुजरात में केवल आम आदमी पार्टी ही भाजपा को टक्कर दे सकती है। यह छापेमारी इस बात का सबूत है कि भाजपा हमारी बढ़ती ताकत से घबरा गई है।”

उन्होंने कहा कि सालों से भाजपा यह समझ नहीं पाई कि आम आदमी पार्टी उनके डर से नहीं डरती। भाजपा बार-बार संस्थाओं का दुरुपयोग कर AAP को रोकने की कोशिश कर रही है, लेकिन उन्हें हर बार मुंह की खानी पड़ी है।

दुर्गेश पाठक: पार्टी के रणनीतिकार और गुजरात की जिम्मेदारी

दुर्गेश पाठक आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं। वह दिल्ली से विधायक रह चुके हैं और फिलहाल पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) के सदस्य हैं, जो AAP के प्रमुख निर्णय लेती है। पार्टी ने उन्हें गुजरात का सहप्रभारी बनाया है, जहां AAP ने पिछले विधानसभा चुनाव में 14 प्रतिशत वोट हासिल कर चौंकाया था।

पाठक का नाम पहले भी दिल्ली आबकारी नीति मामले में सामने आया था, जहां उन्हें सीबीआई की चार्जशीट में शामिल किया गया था। हालांकि तब भी पार्टी ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया था।

क्या यह सिर्फ जांच है या राजनीतिक रणनीति?

CBI की यह कार्रवाई कितनी कानूनी है और कितनी राजनीतिक, इसका फैसला अदालतों में होगा। लेकिन जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला है, उससे साफ है कि यह मामला केवल कानूनी नहीं, बल्कि सियासी भी बन चुका है।

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