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Up Kiran, Digital Desk: भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर सुप्रीम कोर्ट के भीतर जूता फेंकने की कोशिश ने पूरे देश को चौंका दिया है। इस शर्मनाक घटना की कड़ी आलोचना करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे भारतीय लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा हमला बताया है।
सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी नाराजगी जताते हुए लिखा सीजेआई गवई पर हमला लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है। न्यायपालिका की गरिमा और स्वतंत्रता किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव है और इसके खिलाफ हाथ उठाना हमारे देश के संविधान पर हमला करने के बराबर है। मैं इस कायराना कृत्य की कड़ी निंदा करता हूँ।
क्या हुआ सुप्रीम कोर्ट में?
यह पूरी घटना तब हुई जब अदालत की कार्यवाही चल रही थी। उसी समय एक वकील ने कथित तौर पर जजों की बेंच की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। हालाँकि सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हालात पर काबू पाया और आरोपी को हिरासत में ले लिया।
कानूनी और राजनीतिक हलकों में उबाल
इस घटना ने कानूनी, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में बहस छेड़ दी है। कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं और राजनेताओं ने इसे न्यायपालिका पर सीधा हमला बताया है और मांग की है कि ऐसे मामलों में Zero Tolerance Policy अपनाई जाए।
वरिष्ठ वकीलों का कहना है कि अगर ऐसी घटनाओं को सख्ती से नहीं रोका गया, तो यह अदालतों की गरिमा और निष्पक्षता पर सवाल खड़ा कर सकता है।