
Up Kiran, Digital Desk: नीट-पीजी 2025 (NEET PG 2025) परीक्षा जून महीने में आयोजित होनी है, लेकिन इससे पहले ही यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एक याचिका दायर कर मांग की गई है कि इसे नीट-यूजी की तरह ही एक ही पाली (शिफ्ट) में कराया जाए। हाल ही में 4 मई को नीट-यूजी 2025 की परीक्षा संपन्न हुई है, जो एक ही पाली में आयोजित की गई थी।
अब, डॉक्टरों के एक समूह, यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (UDF), ने नीट-पीजी परीक्षा के प्रारूप को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
सरकार, NMC और NBE को कोर्ट का नोटिस
यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (UDF) द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि नीट-पीजी परीक्षा 2025 का दो अलग-अलग पालियों में आयोजन परीक्षा की निष्पक्षता और पवित्रता (सुचिता) को प्रभावित कर सकता है। याचिका में तर्क दिया गया है कि अलग-अलग पालियों में परीक्षा होने से प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर में अंतर हो सकता है, जिससे मूल्यांकन में असमानता आ सकती है।
याचिका में मांग की गई है कि पारदर्शिता, कठिनाई के स्तर में एकरूपता और मूल्यांकन के समान मानकों को सुनिश्चित करने के लिए, नीट-पीजी परीक्षा भी नीट-यूजी की तरह ही एक पाली में आयोजित की जानी चाहिए।
इस याचिका पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) और राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
कब होनी है परीक्षा और अगली सुनवाई?
बता दें कि नीट-पीजी 2025 परीक्षा 15 जून को दो अलग-अलग पालियों में आयोजित होने वाली है, और इसी प्रारूप को याचिका में चुनौती दी गई है। जस्टिस बी.आर. गवई की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने मामले की अगली सुनवाई अगले सप्ताह के लिए निर्धारित की है।
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