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Up Kiran, Digital Desk: पटना के चर्चित पारस अस्पताल गोलीकांड ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गैंगस्टर चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े अस्पताल में हत्या के मामले में पुलिस को अब एक बड़ा सुराग मिला है। इस सनसनीखेज घटना से जुड़े नेटवर्क का दायरा बिहार से निकलकर पश्चिम बंगाल तक फैल गया है। हाल ही में पुलिस ने कोलकाता में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार और संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें इस हमले का मुख्य शूटर तौसीफ बादशाह भी शामिल है।

कोलकाता में गेस्ट हाउस से हुई अहम गिरफ्तारियाँ

शनिवार शाम, कोलकाता पुलिस और बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने आनंदपुर इलाके के एक गेस्ट हाउस पर छापा मारकर पांच संदिग्धों को पकड़ा। इनमे एक महिला भी शामिल है, जिसकी भूमिका को लेकर जांच एजेंसियों को अहम सुराग मिले हैं। इससे पहले शनिवार सुबह न्यू टाउन इलाके से भी पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था।

गैंग का नेतृत्व कर रहा था तौसीफ, साथ में था ममेरा भाई

पूछताछ में यह सामने आया है कि गैंग का संचालन फुलवारी शरीफ निवासी तौसीफ बादशाह कर रहा था। तौसीफ का ममेरा भाई नीशू खान भी इस पूरे मामले में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। बताया गया है कि नीशू, जो पहले से अपंग है और कभी खुद भी गोलीबारी का शिकार हो चुका है, ने शूटरों को कोलकाता में छिपने का ठिकाना मुहैया कराया था।

अब तक 10 लोग पकड़े गए, साजिश में शामिल कई चेहरे

इस हत्याकांड में अब तक कुल 10 लोगों को पुलिस हिरासत में ले चुकी है। इन सभी पर गोलीबारी की योजना बनाने, शूटरों की मदद करने और हमले को अंजाम तक पहुँचाने के आरोप हैं। गिरफ्तार आरोपियों में कोलकाता निवासी हर्ष (उर्फ हरीश कुमार), सचिन और अल्पना दास भी शामिल हैं। पुलिस को शक है कि हर्ष ने शूटरों को अस्पताल की रेकी कराने में मदद की थी।

पारस अस्पताल पर हमले में छह हमलावर शामिल

पुलिस की प्राथमिक जांच के मुताबिक, इस सुनियोजित हत्या में छह हमलावर शामिल थे। इनमें से पांच अस्पताल परिसर में दाखिल हुए, जबकि एक बाहर निगरानी की भूमिका में था। शूटरों ने जिस बेधड़क तरीके से गोलियां चलाईं, उससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई थी। घटना के बाद सभी हमलावर हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए।

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